मनुष्य कभी नहीं छोड़े परमार्थ का दामन
जागरण संवाददाता, रेवती (बलिया) : नगर के उत्तर टोला स्थित दुर्गा मंदिर प्रांगण में चल रहे नौ
By JagranEdited By: Published: Fri, 21 Sep 2018 04:46 PM (IST)Updated: Fri, 21 Sep 2018 04:46 PM (IST)
जागरण संवाददाता, रेवती (बलिया) : नगर के उत्तर टोला स्थित दुर्गा मंदिर प्रांगण में चल रहे नौ दिवसीय मानस पाठ के सातवें दिन गोपालगंज(बिहार) से पधारे मानस मर्मज्ञ अर¨वद द्विवेदी ने कहा कि मानव तन प्राप्त करने के पश्चात मनुष्य को परमार्थ का दामन कभी नहीं छोड़ना चाहिए। संसार रूपी सिंधु में मनुष्य सद्कर्म से सद्गति प्राप्त करता है। उन्होंने कविता के माध्यम से भोजपुरी की महत्ता पर प्रकाश डाला। भागवत मर्मज्ञ पं.सुनील शास्त्री ने कहा कि भगवान तथा भक्त के बीच आस्था रूपी एक अटूट धागा होता है। मानस मर्मज्ञ विजय नारायण शरण दास ने कहा कि कलिकाल में धरती पर पाप बढ़ता जा रहा है। धर्म रूपी नाव के सहारे इस पर काबू पाया जा सकता है।
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