मकर संक्रांति की पूर्व संध्या पर किया सहभोज
मकर संक्रांति की पूर्व संध्या पर भरत पुरा में सेवा भारती द्वारा संचालित पंडित दीन दयाल उपाध्याय बाल संस्कार केन्द्र पर सह भोज कार्यक्रम का आयोजन किया गया। वक्ताओं ने सनातन धर्म में मकर संक्राति के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सूर्य के उत्तरायण होने के बाद ही हिन्दू धर्म में शुभ कार्यों की शुरुआत होती है
जासं, बलिया : मकर संक्रांति की पूर्व संध्या पर भरत पुरा में सेवा भारती द्वारा संचालित पंडित दीन दयाल उपाध्याय बाल संस्कार केन्द्र पर सह भोज कार्यक्रम का आयोजन किया गया। वक्ताओं ने सनातन धर्म में मकर संक्राति के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सूर्य के उत्तरायण होने के बाद ही हिन्दू धर्म में शुभ कार्यों की शुरुआत होती है। इसके अलावा मौसम की प्रकृति भी बदलने लगती है। मकर संक्रांति का धार्मिक महत्व होने के साथ ही स्वास्थ्य पर भी इसका खासा प्रभाव पड़ता है। इसके पूर्व वक्ताओं ने गुरु गो¨वद ¨सह की जयंती पर उनके त्याग व बलिदान को याद कर उनके पद चिह्नों पर चलने का आह्वान किया। इस दौरान गरीब परिवारों की महिलाओं को कंबल तथा बच्चों में ऊनी वस्त्रों का वितरण किया गया। इस मौक पर करुणेश, डॉ. रामकृष्ण उपाध्याय, हरे राम, डॉ. विभा चतुर्वेदी, पूनम ¨सह, सोनी, विष्णु मालवीय, अजीत मिश्रा, राजा बाबू, डॉ. संतोष, तारकेश्वर, नीरज, मोहन, सुनील, कृष्णा, अजीत आदि मोजूद थे। संचालन ज्योति ने किया।