मॉडल बूथों पर दिखी मतदाताओं की लंबी कतार
मतदान प्रतिशत बढ़ाने के उद्देश्य से जनपद के 61 बूथों को मॉडल बूथ घोषित कर उसे दुल्हन की तरह सजाया गया था। इन केन्द्रों पर मतदाताओं के लिए खास व्यवस्था की गई थी। धूप व गर्मी से बजाव के लिए जहां टेंट लगवाया गया था वहीं बैठने से लेकर नाश्ते तक का प्रबंध किया गया था। यही नहीं इन बूथों को
जागरण संवाददाता, बलिया : मतदान प्रतिशत बढ़ाने के उद्देश्य से जनपद के 61 बूथों को मॉडल बूथ घोषित कर उसे दुल्हन की तरह सजाया गया था। इन केंद्रों पर मतदाताओं के लिए खास व्यवस्था की गई थी। धूप व गर्मी से बचाव के लिए जहां टेंट लगवाए गए थे, वहीं बैठने से लेकर नाश्ते तक का प्रबंध किया गया था। यही नहीं इन बूथों को गुब्बारे और पुष्पों की लरी से सजाया गया था। नगर क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय भृगु आश्रम, उच्च प्रावि भृगुआश्रम, प्रावि नेवरी तथा टाऊन इंटर कालेज स्थित मॉडल बूथों पर सुबह से ही मतदाताओं की लंबी कतार लग गई थी। हर कोई लोकतंत्र के महाउत्सव में प्रतिभाग करने को उतावला दिख रहा था। विशेष अंदाज व रूप में सजाए गए इन केंद्रों पर सेल्फी लेने की भी मतदाताओं में होड़ मची रही विशेषकर युवा व नए मतदाता सेल्फी लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट करने में व्यस्त रहे। इसके अलावा जनपद के छह मतदान केंद्रों को सखी बूथ घोषित कर उसे भी सजाया-संवारा गया था। नगर क्षेत्र के देवकली स्थित प्राथमिक विद्यालय के सखी बूथों पर भी लोगों ने झूमकर मतदान किया। वीवीपैट से दूर हुई आशंका
चुनाव आयोग के लाख प्रयास के बाद भी ईवीएम और वीवीपैट की गड़बड़ी सामने आई। इसकी वजह से जनपद के दर्जनों बूथों पर समय से मतदान प्रारंभ नहीं हो सका। कहीं-कहीं तो मशीनों को बदलने के बाद ही वोटिग प्रारंभ हो सकी। वहीं वीवीपैट की वजह से अधिकतर मतदाता संतुष्ट दिखे। मतदान करने के बाद बाहर निकल रहे मतदाताओं ने राजनीतिक दलों पर जमकर चुटकी ली और ईवीएम को लेकर फैलाए जा रहे भ्रम पर सवाल खड़ा किया। मतदाताओं में वीवीपैट में दिख रहे प्रमाण को लेकर खासी चर्चा रही। मतदाताओं का कहना था कि प्रत्यक्ष को प्रमाण की जरूरत नहीं होती, वीवीपैट में सबूत दिखने के बाद तो कोई सवाल ही नहीं उठता। बेशक ईवीएम को लेकर राजनीतिक दल मतदाताओं को बहकाने में लगे थे, जबकि कहीं कोई ऐसा मामला संज्ञान में नहीं आया कि बटन कोई और दबे और वोट कहीं और जाए। मतदान के बाद सेल्फी की होड़
लोकतंत्र के महाउत्सव में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए हर कोई उतावला दिखा। युवा से लेकर वृद्ध तक महिलाओं से लेकर युवाओं तक में मतदान को लेकर खासा उत्साह देखने को मिला। हर कोई मतदान रूपी आहूति को शेयर करने के लिए भी बेताब नजर आया। वैसे तो प्रत्येक बूथ पर युवा और नए मतदाताओं में इसके लिए होड़ मची रही, लेकिन मॉडल और सखी बूथ विशेष आकर्षण के केंद्र रहे। नगर क्षेत्र के विभिन्न मॉडल बूथों पर समूह बनाकर युवा और महिलाए सेल्फी लेती दिखीं। भृगु आश्रम स्थित बूथ पर बनाए गए सेल्फी कार्नर का अलग ही क्रेज रहा। मतदान के बाद लगभग हर मतदाता इस स्थान का सदुपयोग करता दिखा। विभिन्न मुद्रा में ली जा रही सेल्फी भी अपने आप में कम आकर्षक नहीं रहे। सेल्फी के बाद युवा मतदाता संग महिलाएं भी अपनी फोटो सोशल मीडिया के अलावा अपने परिचितों व रिश्तेदारों को भी पोस्ट करते रहे। फोन से जायजा लेने में जुटे रहे युवा
मतदान करने को लेकर यूं तो हर कोई उतावला था, लेकिन नए और युवा मतदाताओं का उत्साह सिर चढ़कर बोल रहा था। वोट डालने बूथों पर पहुंचने वाले युवा मतदाताओं का जोश और जुनून देखने लायक था। मतदान से पूर्व कोई अन्य बूथों का जायजा लेने में व्यस्त था तो कोई वोटिग के बाद परिचितों, रिश्तेदारों व मित्रों से मतदाताओं का रुझान जानने को बेताब दिखा। साथ ही अगल-बगल की सीटों का भी जायजा लेने में युवा जूटे रहे। मित्रों व रिश्तेदारों को फोन कर वहां की तात्कालिक स्थिति जानने में जुटे युवा अपने तर्क से लोगों को समझाने का प्रयास करते भी देखे गए। मतदान के बाद पोलिग बूथ से बाहर निकलते युवा विभिन्न समीकरणों पर भी चर्चा करने मे मशगूल रहे। हालांकि धूप और गर्मी की वजह से मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की कम भीड़ देख युवा वर्ग खासा चितित नजर आया। वैसे बातों-बातों में शाम को मतदान प्रतिशत बढ़ने के कयास भी लगाए जा रहे थे, लेकिन मतदान की धीमी रफ्तार ने युवाओं को खूब बेचैन किया।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप