तीन ग्राम पंचायतों में शौचालय के 10 लाख रुपये डंप
स्वच्छ भारत मिशन के तहत गांवों में बन रहे शौचालयों को लेकर स्थानीय स्तर पर अधिकारी व कर्मचारी कितने
जागरण संवाददाता, नगरा ( बलिया) : स्वच्छ भारत मिशन के तहत गांवों में बन रहे शौचालयों को लेकर स्थानीय स्तर पर अधिकारी व कर्मचारी कितने संवेदनशील हैं इसका प्रमाण नगरा ब्लाक की तीन ग्राम पंचायतें दे रही हैं। अधिकारियों के बार-बार निर्देश के बाद भी क्षेत्र के नरहीं, देवरिया व इनामीपुर में एसबीएम मद में अभी भी 10 लाख रुपये डंप पड़े हैं।
शौचालय के लाभार्थी ब्लाक से लेकर प्रधान व सचिव का चक्कर काट रहे हैं फिर भी उन्हें धनराशि उपलब्ध नहीं हो पा रही है। विभागीय सूत्रों के अनुसार ग्राम पंचायत नरहीं में 5.25 लाख, इनामीपुर में 3.84 लाख व देवरिया में 1.26 लाख की धनराशि डंप पड़ी है। हालांकि नगरा ब्लाक को बहुत पहले ही ओडीएफ घोषित किया जा चुका है फिर भी इन ग्राम पंचायतों में शौचालय की धनराशि का डंप होना बहुत कुछ कहता है। आश्चर्य इस बात का है कि जिला पंचायत राज अधिकारी शशिकांत पांडेय ने पत्र भेजकर संबंधित सचिवों को डंप पड़ी धनराशि को तत्काल लाभार्थियों के खाते में भेजने का निर्देश दिया था। बावजूद इसका कोई असर इन सचिवों पर दिखाई नहीं दे रहा है।
इस बाबत नरहीं के ग्राम प्रधान देवनारायण राजभर ने बताया कि सचिव की लापरवाही से ही धनराशि डंप पड़ी है। कुछ ऐसा ही आरोप इनामीपुर के ग्राम प्रधान राजेंद्र राम का भी है। बताया कि सचिव की हठधर्मिता के चलते गांव का विकास कार्य ठप पड़ा है। उधर बीडीओ पीएन त्रिपाठी ने बताया कि तीन ग्राम पंचायतों में शौचालय की धनराशि क्यों डंप पड़ी है इसकी जांच करा कर दोषी के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।