(एफएल)इंटर कालेजों में शिक्षकों का संकट, प्रमुख विषयों की पढ़ाई नहीं
जागरण संवाददाता बलिया कोरोना काल में कक्षा 9 वीं से 12वीं तक के बच्चों को 50 फीसद की स
जागरण संवाददाता, बलिया : कोरोना काल में कक्षा 9 वीं से 12वीं तक के बच्चों को 50 फीसद की संख्या में विद्यालय बुलाया जा रहा है। जहां विद्यार्थियों की संख्या ज्यादा है, वहां दो पॉली में पढ़ाई करने को शासन स्तर से निर्देश है, लेकिन यूपी बोर्ड से जुड़े राजकीय इंटर कालेजों या अशासकीय सहायता प्राप्त विद्यालयों में विषय शिक्षकों के अभाव में ही प्रमुख विषय की पढ़ाई नहीं हो पा रही है। कहीं दो तो कहीं चार शिक्षकों से कालेजों का संचालन किया जा रहा है। जबकि विद्यालयों में 500 से 700 तक विद्यार्थियों का नामांकन है। इस स्थिति में गणित, विज्ञान, अंग्रेजी, हिदी आदि मुख्य विषयों की तैयारी विद्यार्थी कैसे करें, यह अहम सवाल है। ऐसे में बोर्ड परीक्षा की तैयारी के लिए अधिकांश विद्यार्थी मोटी रकम खर्च कर अपने पाठयक्रमों की तैयारी कोचिग में कर रहे हैं, विद्यालय, प्रधानाचार्य, शिक्षक व रिक्तियां
-राजकीय विद्यालय-32
-प्रधानाचार्यों के पद-10, रिक्त-10
-प्रधानाध्यापकों के पद-22, रिक्त-08
-प्रवक्ताओं के पद-92, रिक्त-88
-सहायक अध्यापकों के पद-281, रिक्त-230
-लिपिकों के पद-35, रिक्त-12
-चतुर्थ श्रेणी के पद-108, रिक्त-71 ----------------------------------------
-अशासकीय सहायता प्राप्त विद्यालय-91 -प्रधानाचार्यों का पद-55, रिक्त-35 -प्रधानाध्यापकों का पद-36, रिक्त-27 -प्रवक्ताओं का पद-485, रिक्त-258 -सहायक अध्यापकों का पद-1386, रिक्त-673
----वर्जन---- शासन से हमेशा शिक्षकों की मांग की जाती रही है। इस सत्र में भी अवकाश प्राप्त शिक्षकों से काम लिया जा रहा है। कोरोना काल में ऑनलाइन पढ़ाई भी जारी है। जिसका लाभ पढ़ने वाले विद्यार्थी ले रहे हैं। दशहरे के बाद पठन-पाठन की गति और तेज होगी।
भाष्कर मिश्र
जिला विद्यालय निरीक्षक,