अराजकतत्वों का बना अड्डा कस्तूरबा विद्यालय
जागरण संवाददाता, चितबड़ागांव (बलिया) : स्थानीय कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय परिसर अरा
जागरण संवाददाता, चितबड़ागांव (बलिया) : स्थानीय कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय परिसर अराजकतत्वों का अड्डा बन गया है। काफी नीचे बाउंड्रीवाल होने तथा गेट न होने के कारण परिसर में असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है। चितबड़ागांव के परिषदीय जूनियर हाईस्कूल के विशाल प्रांगण में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय स्थापित है। आवासीय विद्यालय होने के कारण बच्चियां विद्यालय में ही रहती हैं तथा उनकी देखरेख के लिए महिला वार्डन व अन्य महिला शिक्षक भी रहती हैं। विद्यालय परिसर को सुरक्षित रखने के लिए चहारदीवारी है जो काफी नीची है। इससे बच्चे भी छलांग लगाकर दूसरी तरफ कूद जाते हैं। परिसर में प्रवेश करने के लिए बना प्रवेश द्वार फाटक विहीन है। इसी परिसर में परिषदीय जूनियर हाईस्कूल, प्राथमिक विद्यालय सदर व प्राथमिक विद्यालय हरिजन स्थापित है। विद्यालय परिसर दिन में पशुओं का चरागाह बन जाता है। वहीं शाम को असामाजिक तत्वों का अड्डा बन जाता है। ऐसी स्थिति में कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की बालिकाएं व अध्यापिकाएं खुद को असुरक्षित महसूस करती हैं। परिषदीय जूनियर हाई स्कूल के प्रधानाध्यापक जयप्रकाश ¨सह का कहना है की बाउंड्री वाल को ऊंचा करने तथा गेट लगाने के लिए कई बार विभागीय अधिकारियों से अनुरोध किया गया लेकिन कोई संज्ञान नहीं लिया गया।