कटान से बढ़ा खतरा, तटवर्ती इलाकों के दहशत
शासन या सिचाई विभाग को पता है कि मानसून 15 जून से आ जाता है। इसके बावजूद भी सर्वत्र कटानरोधी कार्य देर से लगाए जाते हैं। इसके पीछे विभाग की मंशा क्या रहती है आसानी से समझा जा सकता है। दूबे छपरा इब्राहिमाबाद नौबरार जयप्रकाशनगर नौरंगा आदि स्थानों पर चल रहे कटानरोधी कार्य के संबध में वहां के निवासी बताते हैं कि जिस गति से कटानरोधी कार्य चल रहा है उसे देखकर ऐसा नहीं लगता कि कार्य 15 जुलाई तक पूर्ण नहीं हो पाएगा।
जासं, बलिया : बारिश शुरू होने के साथ ही कटान का खतरा बढ़ गया है। अब तक कटान व बाढ़रोधी कार्य पूर्ण न होने के कारण तटवर्ती इलाकों के लोग दहशत में हैं। अब मानसून के बीच कटानरोधी कार्य पूर्ण कराना काफी कठिन प्रतीत हो रहा है। यदि ऐसा हुआ तो एक बार फिर दर्जनों गांवों का अस्तित्व संकट में पड़ जाएगा।
शासन या सिचाई विभाग को पता है कि मानसून 15 जून से आ जाता है। इसके बावजूद सर्वत्र कटानरोधी कार्य देर से लगाए जाते हैं। इसके पीछे विभाग की मंशा क्या रहती है, आसानी से समझा जा सकता है। दुबे छपरा, इब्राहिमाबाद नौबरार, जयप्रकाशनगर, नौरंगा आदि स्थानों पर चल रहे कटानरोधी कार्य के संबध में वहां के निवासी बताते हैं कि जिस गति से कटानरोधी कार्य चल रहा है, उसे देखकर ऐसा नहीं लगता कि कार्य 15 जुलाई तक पूर्ण नहीं हो पाएगा।
हर साल बाढ़ खंड के ठेकेदार और अधिकारी मिलकर ऐसा ही खेल खेलते हैं। उनके कटानरोधी कार्य चलते ही रहते हैं तब तक नदियां उफान पर आ जाती हैं और वे अधूरे कार्य को भी पूरा दिखा सरकारी धन का बंदरबांट कर लेते हैं। ग्रामीणों ने बताया इसी कारगुजारी के चलते दुबे छपरा में आज तक पिछले वर्ष के बजट का कार्य एक फर्म ने अधूरा रखा था तब तक रिग बंधा ही टूट गया और हजारों की आबादी अचानक जल से घिर गई।
इस साल दूबे छपरा में 1200 मीटर लंबाई में पार्कोपाइन विधि से कटानरोधी कार्य हो रहा है। वहीं गंगा उस पार नौरंगा, चक्की नौरंगा व भुआल छपरा को कटान से बचाने के लिए आठ करोड़ 40 लाख रुपये की लागत से हो रहे कटानरोधी कार्य चल रहा है, लेकिन कार्य में अपेक्षित गति नहीं आने से गांव के लोग संभावित कटान को लेकर चितित दिख रहे हैं। सचेत करने के बाद भी मनमानी
कटानरोधी कार्यों के प्रति विधायक सुरेंद्र सिंह बार-बार बाढ़ विभाग को सचेत कर रहे हैं। कटानरोधी कार्य में तेजी लाया जाए। 15 जुलाई तक हर हाल में कटानरोधी कार्य संपादित करा दिया जाए, इसके बावजूद विभाग की लापरवाही से कार्य में तेजी नहीं आ रही है।
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कार्य में तेजी लाने के लिए सभी ठेकेदारों को कहा गया है। ठेकेदारों ने मजदूर भी बढ़ा लिए हैं। बारिश को लेकर कुछ दिक्कतें आ रही हैं, लेकिन सर्वत्र कार्य निर्धारित समय पर पूर्ण कराने का विभागीय प्रयास है।
भानु प्रताप सिंह
एसई, ड्रेनेज मंडल, बलिया