प्रतिबंध के बाद भी बड़े पैमाने पर चल रहा अवैध खनन का खेल
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जागरण संवाददाता, बलिया: खनन विभाग व पुलिस की मिलीभगत से अवैध बालू व मिट्टी का खेल इन दिनों बड़े पैमाने पर चल रहा है। अधिकारियों के संज्ञान में चल रहे इस खेल में शहर के अंदर से गुजरने वाला ट्रैक्टरों का रेला आम आदमी के लिए आफत साबित हो रहा है। इससे आए दिन दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। वहीं हवा के चलते ट्रैक्टर के टालियों से उड़ने वाला बालू पीछे चल रहे लोगों व बाइक सवारों की आंखों में पड़ रहा है। इससे हर वक्त दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। सबसे बड़ी बात यह है कि तस्कर दिन-रात खनन कर रहे है।
इससे प्रतिदिन लाखों रुपये के राजस्व का चूना लग रहा है। सबसे बड़े बात यह है कि सबकुछ जानते हुए भी जिम्मेदार चुप्पी साधते हैं।
शहर से सटे महावीर घाट, रामपुर महावल व दरामपुर गंगा तट के किनारे चौबीस घंटा हलचल रह रही है। लगातार ट्रैक्टर टालियों के अवाजाही से दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। नदी तट के पास खनन होने से गंगा का कटान शहर की तरफ आने की उम्मीद बढ़ जाती है। वैसे भी खनन के कारण पिछली वर्ष गंगा का कटान का रूख शहर की तरफ हो गया था। इसके बाद भी प्रशासनिक अमला सचेत नहीं हुआ। नदी तट के किनारे बालू व मिट्टी का खनन बड़े पैमाने चल रहा है। क्षेत्रीय लोगों का आरोप है कि पुलिस व खनन विभाग की मिली भगत से यह खेल चल रहा है। ऐस नहीं है कि इस खनन की जानकारी अधिकारियों को नहीं है। गंगा तट के लोगों ने इसकी सूचना पुलिस सहित खनन विभाग को भी दी है। इसके बाद भी प्रशासनिक अमला पूरी तरह से मौन है। खनन अधिकारी योगेंद्र भदौरिया ने अवैध खनन रोकने का दावा कर रहे है लेकिन इस पूर्णतया विराम नहीं लग पा रहा है ।