सुविधाएं मिले तो दुग्ध उत्पादन में अग्रणी हो सकता बेलहरी
बेलहरी विकास खंड के गांवों में अगर शासन-प्रशासन की नजरे इनायत हो तो यह क्षेत्र भी दुग्ध उत्पादन में अग्रणी स्थान बना सकता है। शासन की ओर से बलिया जनपद को दुग्ध उत्पादन में आदर्श माडल जिला के रूप में चयनित किया गया है। इससे पशुपालकों में हर्ष व्याप्त है। अगर योजना धरातल पर मूर्त रूप ले ले तो पशुपालकों की भी आर्थिक दशा मजबूत हो जाएगी।
जासं, मझौवां (बलिया): बेलहरी विकास खंड के गांवों में अगर शासन-प्रशासन की नजरे इनायत हो तो यह क्षेत्र भी दुग्ध उत्पादन में अग्रणी स्थान बना सकता है। शासन की ओर से बलिया जनपद को दुग्ध उत्पादन में आदर्श माडल जिला के रूप में चयनित किया गया है। इससे पशुपालकों में हर्ष व्याप्त है। अगर योजना धरातल पर मूर्त रूप ले ले तो पशुपालकों की भी आर्थिक दशा मजबूत हो जाएगी।
पशुपालकों का कहना है कि बैंक, ब्लाक, पशुपालन विभाग का समन्वय न होने के कारण डेयरी योजना, मिनी डेयरी योजना निजी दुग्ध उत्पादन योजना आज तक धरातल पर नहीं उतर सकी। सबसे बड़ी विडंबना है कि जो पैतृक पशुपालक है उन्हें योजना का लाभ न देकर व्यक्तिगत लोगों को लाभान्वित किया जाता है। जिस कारण यह योजना धरातल पर सफल नहीं हो पा रही है। पशुपालकों ने उक्त विसंगतियों की तरफ शासन का ध्यान अपेक्षित किया है।