प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में शामिल हुई हरी मिर्च की खेती
हरी मिर्च की खेती करने वाले किसानों को दैवीय आपदा से नहीं उठानी पड़ेगी भारी क्षति। उद्यान व खाद्य प्रसंस्करण विभाग ने उक्त दोनों फसलों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत बीमित करने का निर्णय लिया है। पहले उक्त दोनों फसलें बीमित नहीं थी लिहाजा दैवीय आपदा जैसे बढ़ सूखा ओला वृष्टि से फसलों को भारी नुकसान होता था और किसानों को काफी क्षति उठानी पड़ती थी।
जागरण संवाददाता, बैरिया (बलिया) : हरी मिर्च की खेती करने वाले किसानों को दैवीय आपदा से नहीं उठानी पड़ेगी भारी क्षति। उद्यान व खाद्य प्रसंस्करण विभाग ने उक्त दोनों फसलों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत बीमित करने का निर्णय लिया है। पहले उक्त दोनों फसलें बीमित नहीं थी, लिहाजा दैवीय आपदा जैसे बढ़, सूखा, ओलावृष्टि से फसलों को भारी नुकसान होता था और किसानों को काफी क्षति उठानी पड़ती थी।
इंटक के जिलाध्यक्ष विनोद सिंह ने जिलाधिकारी के समक्ष परवल व हरी मिर्च की खेती करने वाले किसानों की इस समस्या को रखा था तथा उन्हें बताया था कि जनपद के मुरली छपरा, बैरिया व बेलहरी विकास खंड के विभिन्न गांवों के दर्जनों किसान मिर्च व परवल की खेती करते हैं। इनकी फसलों को बीमित किया जाए ताकि किसानों को भारी नुकसान से बचाया जा सके। जिलाधिकारी ने इस प्रकरण पर गंभीरता दिखाते हुए इस संदर्भ में जरूरी कार्यवाही के लिए जिला उद्यान अधिकारी को पत्र भेजकर कृत कार्यवाही से अवगत कराने का निर्देश दिया था। जिसके अनुपालन में जिला उद्यान अधिकारी ने पूरे प्रकरण को अपने संस्तुति के साथ खाद्य व प्रसंस्करण तथा उद्यान निदेशक को पत्र भेजकर परवल व हरी मिर्च को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत बीमित फसल की सूची में शामिल करने का आग्रह किया। जिस पर संबंधित विभाग ने अपनी सहमति प्रदान कर दी है। सरकार के इस निर्णय से अब हजारों किसानों का भला हो जाएगा।