गोरखपुर की टीम बिना गोल किए ही 1-0 से विजयी
जासं सुखपुरा (बलिया) संत यतीनाथ मिनी स्टेडियम सुखपुरा में चल रहे प्रभुनाथ गुप्त स्मृति फुटबॉल प्रतियोगिता के दूसरे सेमीफाइनल में शुक्रवार की शाम अपने ही आत्मघाती गोल से बलिया 1-0 से पराजित होकर मुकाबले से बाहर हो गई जबकि गोरखपुर ने बिना गोल किए ही फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली। मैच के शुरू होते ही बलिया की टीम ने गोरखपुर की टीम पर दबाव बना दिया और यह दबाव हाफ टाइम तक बरकरार रहा।
जासं, सुखपुरा (बलिया) : संत यतीनाथ मिनी स्टेडियम सुखपुरा में चल रहे प्रभुनाथ गुप्त स्मृति फुटबॉल प्रतियोगिता के दूसरे सेमीफाइनल में शुक्रवार की शाम अपने ही आत्मघाती गोल से बलिया 1-0 से पराजित होकर मुकाबले से बाहर हो गई जबकि गोरखपुर ने बिना गोल किए ही फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली। मैच के शुरू होते ही बलिया की टीम ने गोरखपुर की टीम पर दबाव बना दिया और यह दबाव हाफ टाइम तक बरकरार रहा। गोरखपुर के खिलाड़ियों के कई मूवमेंट को बलिया के खिलाड़ियों ने गोल पोस्ट तक पहुंचने ही नहीं दिया। यही वजह रहा कि पहले हाफ में दोनों टीमें बराबरी पर रहीं। दूसरे हाफ का खेल शुरू ही हुआ था कि बलिया के धन्नू ने अपने ही गोल पोस्ट में गोल कर दिया। उस समय गोलकीपर गोल पोस्ट छोड़कर आगे बढ़ गया था।
बलिया के खिलाड़ी ने सोचा कि गोरखपुर के खिलाड़ियों के आक्रमण से बचाने का यह सरल तरीका है कि अपने गोलपोस्ट में बाल दे दें और गोलकीपर उसे रोक लेगा लेकिन यह उसकी भूल उसी के गले की फांस बन गई। फिर क्या था बलिया के टीम ने खेल खत्म होने तक गोल उतारने का भरपूर प्रयास किया लेकिन गोरखपुर के खिलाड़ियों ने उनके प्रत्येक प्रयास को विफल कर दिया। इस प्रकार गोरखपुर की टीम बिना गोल किए ही एक 1-0 से विजयी हो गई। इसके पूर्व जिला उपभोक्ता भंडार के अध्यक्ष व भलूही के पूर्व प्रधान हृदय नारायण सिंह ने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर मैच का शुभारंभ किया। मैच के रेफरी पी.कुमार, जमाल अख्तर व वीरेंद्र सिंह रहे जबकि कमेंट्री नेपाल के खिलाड़ी मनोज ओली व कमलेश मिश्र ने संयुक्त रूप से किया। आयोजक उमेश सिंह ने समस्त अतिथियों का स्वागत किया। साधन सहकारी समिति सुखपुरा के सभापति पूर्व प्रधानाचार्य विजय शंकर सिंह, सत्य प्रकाश गुप्त, शिक्षक अजीत सिंह, उपेंद्र कुमार सिंह, रुस्तम अली, अनिल सिंह, छबीला यादव, राजेश, अभिमन्यु, आकाश, ऋषि राज, सिद्धार्थ, यश, हर्षित आदि मौजूद रहे।