बाढ़ के पानी में डूबी बालिका, मौत
जागरण संवाददाता, बकुल्हा (बलिया) : बाढ़ ही ऐसी विभीषिका है जिसमें आदमी के साथ कौन सी घट
जागरण संवाददाता, बकुल्हा (बलिया) : बाढ़ ही ऐसी विभीषिका है जिसमें आदमी के साथ कौन सी घटना कब घट जाए कुछ भी नहीं कहा जा सकता। हर पल बाढ़ प्रभावित इलाके में कई तरह का खतरा मंडराता रहता है। कभी विषैले जीव जंतु काल बन रहे हैं तो कभी बाढ़ का पानी ही मौत का कारण बन जाता है। घाघरा के पानी से घिरे बैरिया थाना क्षेत्र के बकुल्हा गांव निवासी कुमारी दुर्गा (13) पुत्री रामायण गोंड़ की घाघरा के बाढ़ की पानी में डूबने से रविवार को दोपहर लगभग 12 बजे मौत हो गई। कुमारी दुर्गा घाघरा के बाढ़ के पानी में घिरे डेरा पर अपने पिता को खाना लेकर जा रही थी कि अचानक गहरे पानी में चली गई। उसे डूबते देख किनारे से लोग तैरकर उसे बचाने भी गए ¨कतु इससे पहले ही वह दम तोड़ चुकी थी। घटना की सूचना के बाद पूरे क्षेत्र के लोग भी मौके पहुंच गए और पूरी व्यवस्था को कोसने लगे। यह हादसा पर्याप्त नाव की व्यवस्था नहीं होने के कारण हुआ। बाढ़ में राहत के नाम पर सरकारी तंत्र करता कम और शोर ज्यादा मचाता है। घटना स्थल पर लोग और भी कई तरह की बातें कर रहे थे। पहले बाढ़ प्रभावित गांवों में छोटी नाव (डेंगी) की सुविधा सरकार के द्वारा मुहैया काराई जाती थी। उसी नाव से जिसे जहां जाना होता था जाते थे। अब उसके स्थान पर पूरे गांव के लिए एक-दो बड़ी नाव देकर सरकारी तंत्र अपना पीछा छुड़ा ले रहे हैं।