खतरे के निशान से डेढ़ मीटर ऊपर पहुंची गंगा
रविवार के दिन गंगा का जलस्तर केंद्रीय जल आयोग गायघाट पर सुबह आढ बजे 5
जागरण संवाददाता, मझौंवा (बलिया): रविवार को गंगा का जलस्तर केंद्रीय जल आयोग गायघाट पर सुबह आठ बजे 58.77 मीटर दर्ज किया गया। यह खतरे के निशान से लगभग डेढ़ मीटर ऊपर है। अभी भी गंगा प्रति घंटे एक सेमी की रफ्तार से बढ़ रही है। आशंका है कि इसकी गति सोमवार को और तेज हो जाएगी। बाढ़ की स्थिति भयावह होती जा रही है। केहरपुर गांव बाढ़ के पानी से चारों तरफ से घिर गया है। इससे वह टापू जैसा दिख रहा है। विडंबना यह है कि गांव के लोग सड़क पर बाढ़ का पानी हो जाने के कारण अपना सामान तक सुरक्षित स्थानों पर नहीं पहुंचा पा रहे हैं। हालांकि डीएम ने तटवर्ती गांवों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया है। फिर भी तटवर्ती लोग अपना घरबार छोड़कर अन्यत्र जाने को तैयार नहीं हैं।
यहां मीडियम फ्ल़ड लाइन 58.725 मीटर है, हाई फ्लड लाइन 60.25 है। संभावना है कि यहां गंगा देर शाम 59.00 मीटर तक पहुंच जाएगी। -तटवर्ती लोगों के बचाव में
उतरे डीएम व विधायक
बाढ़ व कटान की सूचना पर जिलाधिकारी भवानी सिंह खंगारौत के साथ विधायक सुरेंद्र सिंह ने कटान स्थालों का जायजा लेने के साथ बचाव के लिए बाढ़ खंड के अधिकरियों को निर्देश दिया। कहा कि रिग बांध की सुरक्षा हर हाल में की जाए। जिससे गांव को लोगों को सुरक्षा मिल सके। लोगों को आगाह किया कि बाढ़ की स्थिति 2016 जैसी हो सकती है, इसलिए सभी लोग सतर्क रहे। अगर आवश्यकता होगी तो गांव के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए एनडीआरएफ लगाई जाएगी। मौके पर मौजूद एसडीएम बैरिया व तहसीलदार को निर्देश दिया कि ग्राम पंचायत केहरपुर के गंगा में विलीन हो रहे कटान से प्रभावित लोगों की सूची बनाकर उन्हें तत्काल सहायता दी जाए तथा आवश्यकता अनुसार नौकाओं की व्यवस्था तत्काल कर लिया जाए। मौके पर मौजूद बाढ़ खंड के अधिशासी अभियंता व अन्य कर्मियों से रिग बांध की स्थिति, बाढ़ व कटान के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त कर निर्देश दिया। विधायक सुरेंद्र सिंह ने ग्राम वासियों को आश्वस्त किया कि शासन-प्रशासन उनकी सुरक्षा के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है। बाढ़ व कटान से पीड़ित लोगों की हरसंभव सहायता दी जाएगी। इस मौके पर एसडीएम दुष्यंत कुमार मौर्य, तहसीलदार श्रवण कुमार राठौर, प्रधान मनोज यादव, विजयकांत पांडेय सहित सैकड़ों ग्रामीण मौजूद थे।