ताजा कीं अमर शहीद की स्मृतियां
अमर शहीद वृंदावन तिवारी की स्मृति में शहीद स्मारक पर शुक्रवार को शहीद दिवस आयोजित किया गया। स्वतंत्रता सेनानी पंडित रामविचार पांडेय ने कहा कि क्रांतिकारियों के बलिदान को अक्षुण्ण रखने नई पीढ़ी को बलिदानी गाथा से अवगत कराने तथा को प्रेरित करने के लिए बौद्धिक वर्ग को रचनात्मक पहल करनी होगी।
जागरण संवाददाता, चितबड़ागांव (बलिया) : अमर शहीद वृंदावन तिवारी की स्मृति में शहीद स्मारक पर शुक्रवार को शहीद दिवस आयोजित किया गया। स्वतंत्रता सेनानी पंडित रामविचार पांडेय ने कहा कि क्रांतिकारियों के बलिदान को अक्षुण्ण रखने, नई पीढ़ी को बलिदानी गाथा से अवगत कराने तथा को प्रेरित करने के लिए बौद्धिक वर्ग को रचनात्मक पहल करनी होगी। युवा पीढ़ी बलिदान की गाथा को विस्मृत करती जा रही है। गमर सपूतों के बलिदानी गाथा को अक्षुण्ण रखने की जिम्मेदारी हम सब की है।
नगर पंचायत चितबड़ागांव के अधिशासी अधिकारी रजत सिंह व चेयरमैन केशरी नंदन त्रिपाठी ने शहीद स्मारक का सुंदरीकरण में आने वाली तकनीकी कठिनाइयों का उल्लेख किया। अवकाश प्राप्त प्रधानाचार्य लल्लन तिवारी, समाजसेवी बृजभान सिंह, हरिशंकर सिंह, रामजतन वर्मा, शंभूनाथ सिंह, अम्बरीश तिवारी आदि ने शहीदों के बलिदान को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान शहीद वृंदावन तिवारी के संबंधी पंडित संजय उपाध्याय को आयोजकों द्वारा अंगवस्त्रम देकर सम्मानित किया गया। इसके अलावा सेनानी आश्रित हरिशंकर सिंह, अंबरीश तिवारी, विनय तिवारी तथा मनीष तिवारी को भी अंगवस्त्रम से सम्मानित किया गया। अध्यक्षता दयानंद तिवारी व संचालन बृजकुमार सिंह व आभार संजय उपाध्याय ने प्रकट किया।