सुखपुरा में अंग्रेजी माध्यम के नहीं बने एक भी प्राथमिक विद्यालय
सुखपुरा में अंग्रेजी माध्यम के नहीं बने एक भी प्राथमिक विद्यालय
जासं, सुखपुरा (बलिया) : विकास खंड बेरुआरबारी का सबसे बड़ा गांव होने व तीन प्राथमिक व दो पूर्व माध्यमिक विद्यालय होने के बावजूद शासन द्वारा सुखपुरा के किसी भी विद्यालय को अंग्रेजी माध्यम का विद्यालय नहीं बनाया गया। इसको लेकर अभिभावकों में तीव्र आक्रोश है।
प्रदेश सरकार ने अंग्रेजी माध्यम के निजी विद्यालयों के तर्ज पर कुछ परिषदीय विद्यालयों को अंग्रेजी माध्यम का विद्यालय बनाने का निर्णय लिया था ताकि अभिभावकों व बच्चों को निजी विद्यालयों से मोहभंग हो और वह परिषदीय विद्यालयों की तरफ रुख करें लेकिन दुर्भाग्य है कि सुखपुरा जैसे बड़े कस्बे में स्थित तीन प्राथमिक विद्यालयों में किसी भी एक विद्यालय को शासन ने उस लायक नहीं समझा जबकि यहां स्थापित एक विद्यालय तो आ•ादी के समय का है व अन्य दो विद्यालय 40-50 वर्षों पुराने हैं। शासन ने जब परिषदीय विद्यालयों को अंग्रेजी माध्यम का बनाने का निर्णय लिया तो अभिभावकों को खुशी का ठिकाना नहीं रहा लेकिन जब सुखपुरा कस्बे को दरकिनार कर छोटे-छोटे गांव में स्थित विद्यालय को अंग्रेजी माध्यम का बनाया गया तो अभिभावक निराश हो गए। अब जब अप्रैल से एक बार पुन: शिक्षा सत्र शुरू होने वाला है लेकिन इस बार भी सुखपुरा के प्राथमिक विद्यालयों की उपेक्षा कर दी गई है।
यदि संभव हो तो सरकार या जनपद के बेसिक शिक्षा अधिकारी इसकी पहल कर सुखपुरा के किसी प्राथमिक विद्यालय को अंग्रेजी माध्यम का कर दें तो अभिभावकों की मुंह मांगी मुराद पूरी हो जाएगी अन्यथा उन्हें अपने बच्चों को मजबूरी में निजी विद्यालयों में भेजना पड़ेगा।