मानक पूरा नहीं करने वाले कोचिग संस्थानों पर ग्रहण
जिलाधिकारी भावानी सिंह खंगारौत ने मानक की अनदेखी कर जिले में चल रहे कोचिग संस्थानों पर नकेल कसने की दिशा में पांव बढ़ाया है। सभी कोचिग संस्थनों की जांच के लिए एक टीम गठित कर जांच के निर्देश दिए हैं। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा है कि लिए जनपद में संचालित कोचिग सेंटरों में सीसीटीवी कैमरा व फायर टेंडर की सुविधा मानक के अनुसार नहीं है।
जागरण संवाददाता, बलिया : जिलाधिकारी भवानी सिंह खंगारौत ने मानक की अनदेखी कर जिले में चल रहे कोचिग संस्थानों पर नकेल कसने की दिशा में पांव बढ़ाया है। सभी कोचिग संस्थानों की जांच के लिए एक टीम गठित कर जांच के निर्देश दिए हैं। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा है कि लिए जनपद में संचालित कोचिग सेंटरों में सीसीटीवी कैमरा व फायर टेंडर की सुविधा मानक के अनुसार नहीं है। बिल्डिग की ढांचागत व्यवस्था सही नहीं है। सीढि़यों की पर्याप्त चौड़ाई नहीं है। मानक के अनुसार भवनों के चारों तरफ छह मीटर खाली जगह नहीं है।
अधिकतर कोचिग सेंटर निजी मकानों में संचालित है। जिसमें आपातकालीन दरवाजा नहीं है। आने-जाने का रास्ता संकीर्ण होने के कारण आपातकालीन स्थिति में फायर सर्विस की गाड़ियां भी नहीं जा सकती हैं। कोचिग सेंटर मालिकों द्वारा कम संख्या में छात्रों को कोचिग का लाइसेंस लेकर उसमें अधिक छात्रों को कोचिग दिया जा रहा है। आकस्मिक दुर्घटना व अग्निकांड से बचाव के लिए पर्याप्त व्यवस्थाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सघन जांच व छापेमारी के लिए दल का गठन किया गया है। जिसमें नगर मजिस्ट्रेट ब्रजकिशोर दुबे, पुलिस क्षेत्राधिकारी अवधेश चौधरी, जिला विद्यालय निरीक्षक भास्कर मिश्र व अग्निशमन अधिकारी तबारक हुसैन है। जिलाधिकारी भवानी सिंह खंगारौत ने गठित दल को निर्देशित किया कि जनपद में संचालित कोचिग सेंटरों पर आकस्मिक छापेमारी कर प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करें।
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