नीलगायों के झुंड से किसान परेशान
जागरण संवाददाता, बैरिया (बलिया): अपरोक्ष रूप से कभी सूखा तो कभी बाढ़ का दंश झेल रहे किस
जागरण संवाददाता, बैरिया (बलिया): अपरोक्ष रूप से कभी सूखा तो कभी बाढ़ का दंश झेल रहे किसानों के सामने परोक्ष दिक्कतें भी कम नहीं है। जी हां, प्राकृतिक आपदाओं के अलावा इस समय किसानों के सामने नीलगायों की समस्या सबसे बड़ी परेशानी बन गई है। हालात यह है कि क्षेत्र में इनका आतंक इस कदर है कि ये पूरी फसलों को ही चौपट कर दे रही हैं। किसान उन्हें मार भी नहीं सकते और ऐसा करते भी हैं तो वन्य जीव सुरक्षा अधिनियम के तहत उन्हें जेल की हवा खानी पड़ेगी।
ऐसे में किसान अपनी फसलों को नीलगायों से कैसे बचाएं ये उनके समक्ष सबसे बड़ी समस्या हो गई है। तहसील क्षेत्र के सैकड़ों गांवों में किसानों की खेतों में बोई गई फसल इस समय नीलगायों की झुंड रोज ही नष्ट करने में लगी हैं। नीलगायों द्वारा मटर, मसूर, गेहूं सहित कई दलहनी व सब्जी की फसलों को विशेष तौर पर नष्ट किया जा रहा है। इनके डर से किसानों ने पहले ही अरहर, मसूर सहित कई दलहनी फसलों की खेती लगभग बंद कर दिए हैं। अब ये गेहूं, मक्का, मटर व अन्य सब्जी के फसलों को भी नहीं छोड़ रही हैं। इनके आतंक से परेशान यहां के किसानों ने कई बार वन विभाग व जिला प्रशासन से आग्रह किए लेकिन इस ओर किसी ने ध्यान तक नहीं दिया। किसानों ने कहा कि इस सूखे के मौसम में खेतों की ¨सचाई के बाद महंगे खाद व बीज का उपयोग कर जैसे-तैसे खेती आबाद की जा रही नीलगाय उसे चौपट कर कमर तोड़ने का ही काम कर रही हैं। ऐसे में शासन-प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया तो आने वाले समय में किसान पूरी खेती से ही मुंह मोड़ लेंगे।