नशा से समाज में बढ़ रही मानसिक विकृतियां
बलिया कोतवाली परिसर में रविवार को दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा चलाया जा रही मुहिम Þनशा मुक्ति
जागरण संवाददाता, बलिया : कोतवाली परिसर में रविवार को दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा चलाया जा रही मुहिम नशा मुक्ति अभियान के तहत कार्यशाला का आयोजन हुआ। इसमें पुलिस कर्मियों ने कोतवाल विपिन सिंह की अध्यक्षता में नशा न करने की शपथ ली। इस मौके पर आशुतोष महाराज के शिष्य स्वामी अर्जुनानंद ने कहा कि पूरा भारत नशे की चपेट में आरहा है। युवा पीढ़ी सबसे ज्यादा लिप्त है। एक सिगरेट पीने से औसतन 11 मिनट आयु कम होती है, दिन में 10 सिगरेट पीने से औसतन एक घंटा आयु कम होता है।
भारत की कुल आबादी 133.92 करोड़ है। इसमें 26.7 करोड़ लोग स्मोकिग करते है। उक्त नशा को करने से लाखों लोगों की अवसाद व गंम्भीर बिमारियों की चपेट में आने से असमय मृत्यु हो जा रही है। सरकार प्रति वर्ष करोड़ों रुपये का बजट नशे के क्षेत्र में लगाती है। समाज में मानसिक विकृति बढ़ती जा रही है। इस समस्या का एक ही समाधान है अध्यात्म । जब तक मनुष्य अपने भीतर में ईश्वरीय शक्ति को नही जानेगा परिवर्तन नही आ सकता है। जब हम ईश्वर को देख कर उस पर ध्यान करते है तो हमारे भीतर मानसिक परिवर्तन आ जाता है। संस्थान के इस मुहिम ने लाखों लोगों को नशा से मुक्त कराया है।