राष्ट्रीय भारतीय भूगोल परिषद की बैठक में भाग लेंगे डा. पाठक
अमरनाथ मिश्र स्नातकोत्तर महाविद्यालय दूबेछपरा के पूर्व प्राचार्य एवं पर्यावरणविद् डा0 गणेश कुमार पाठक Þराष्ट्रीय भारतीय भूगोल परिषदÞ के 40वें अधिवेशन में भाग लेने हेतु अरूणांचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर के लिए रवाना हो गए हैं।
जागरण संवाददाता, बलिया: अमरनाथ मिश्र स्नातकोत्तर महाविद्यालय दूबेछपरा के पूर्व प्राचार्य एवं पर्यावरणविद् डा0 गणेश कुमार पाठक राष्ट्रीय भारतीय भूगोल परिषद के 40वें अधिवेशन में भाग लेने हेतु अरूणांचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर के लिए रवाना हो गए हैं। उल्लेखनीय है कि डा. पाठक राष्ट्रीय भारतीय भूगोल परिषद सहित देश के प्राय: सभी भूगोल परिषदों एवं अधिकांश विज्ञान परिषदों के आजीवन सदस्य हैं और अब तक लगभग 50 से अधिक अधिवेशनों एवं सेमिनारों में विभिन्न तथ्यों पर अपना शोध पत्र प्रस्तुत कर चुके हैं। डा.पाठक के शोध पत्र प्राय: क्षेत्रीय विकास एवं वर्तमान विकासजन्य समस्याओं, पर्यावरणीय एवं पारिस्थितिकीय समस्याओं, आपदा एवं आपदा प्रबन्धन, समग्र विकास, सतत विकास आदि से संबंधित होते हैं। इसलिए विशेष महत्व के होते हैं। इस 40 वें राष्ट्रीय अधिवेशन/ सेमिनार में भी उनका शोध पत्र प्रस्तुत करने हेतु स्वीकृत हुआ है। जो जनपद बलिया के आर्थिक विकास में क्षेत्रीय असमानता पर है। इस संदर्भ में उन्होंने बताया कि एक तो बलिया जनपद का समुचित विकास ही नहीं हो पाया है और जो विकास हुआ भी उसमें क्षेत्रीय असमानता व्याप्त है। यदि बलिया जनपद का समुचित विकास करना है तो विकास की असमानता को दूर करते हुए स्थानीय संसाधनों पर आधारित विकास होना चाहिए, जिसके लिए अवस्थापनात्मक कारकों का समुचित विकास समान क्षेत्रीय स्तर पर होना चाहिए। राष्ट्रीय भारतीय भूगोल परिषद का यह अधिवेशन/ सेमिनार 29 व 31 अक्टूबर तक चलेगा।