डीएम बलिया और भाजपा नेता में हाथापाई, डीएम आवास पर घटना के बाद आरोपित गिरफ्तार
भाजपा नेता और डीएम के बीच हाथापाई का मामला प्रकाश में आया है इस मामले में आरोपी भाजपा के जिला कार्य समिति के सदस्य विनोद तिवारी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया
बलिया, जेएनएन। डीएम के आवास पर उनके चेंबर में भाजपा नेता और डीएम के बीच हाथापाई का मामला प्रकाश में आया है। इस मामले में आरोपी भाजपा के जिला कार्य समिति के सदस्य विनोद तिवारी निवासी एकइल, थाना पकड़ी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। डीएम और तहसीलदार के साथ हुई यह घटना हाइप्रोफाइल हो गई है।
चुनाव आदर्श आचार संहिता के तहत, विनोद तिवारी के खिलाफ मिली शिकायत पर जिलाधिकारी उनके ऊपर दर्ज मामलों के संदर्भ में जानकारी लेने के लिए अपने आवास पर बुलाए थे। इसी बीच वार्तालाप में ही डीएम और विनोद तिवारी के बीच कहासुनी होने लगी। डीएम भवानी सिंह के निर्देश पर कोतवाल शशिमौलि पांडेय तत्काल वहां पहुंचे और विनोद तिवारी को हिरासत में ले लिया। इसकी खबर मिलते ही भाजपा के पदाधिकारी भी कोतवाली पहुंच गए। पुलिस ने आरोपित विनोद तिवारी को उप जिलाधिकारी न्यायालय में पेश किया, जहां से पुलिस अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया।
डीएम का कृत्य निंदनीय
भाजपा नेता पूर्व विधायक राम इकबाल सिंह ने कहा कि डीएम का इस कृत्य की जितनी निंदा की जाए, कम है। यह बसपा के एजेंट के रूप में काम करते हैं। भाजपा के नेताओं और सम्मानित लोगों का अपमान कर यह अपने आप को गौरवान्वित महसूस करते हैं। मेरे और पार्टी के नाम को लेकर भी भी डीएम अपशब्द भाषा का प्रयोग कर चुके हैं।
बोले डीएम
आरोपी विनोद तिवारी पर 12 मुकदमे हैं। थाने से इनके विषय में अपराधिक विवरण मंगाया गया। ग्राम प्रधान के कार्यकाल में भी इनके ऊपर वित्तीय अनियमितता के प्रकरण हैं जिनमें अभी तक वसूली की कार्यवाही नहीं हो पाई है। इन्हीं सब प्रकरण में ये लोग आए और अपने पक्ष में करने का दबाव बनाने लगे। भाव आवेश में आकर अनर्गल बातें करने लगे और अभद्रता करने लगे। तहसीलदार के साथ हाथापाई करने की भी कोशिश की । इस पर कोतवाल को सूचित किया गया और 151 में चालान किया।
- भवानी सिंह खंगारौत, जिलाधिकारी,बलिया।
भाजपा नेता ने लगाए आरोप
जिलाधिकारी और तहसीलदार ने हाथ उठाने का प्रयास किया तो मैंने हाथ पकड़ लिया। दरअसल, 10 बजे के करीब पेशकार का फोन आया और बताया गया कि जिलाधिकारी मिलना चाहते हैं। इस पर मैंने शाम करीब 4 बजे जिलाधिकारी के यहां फोन किया तो आवास पर बुलाया। मैं वहां गया और कुर्सी पर बैठ गया। इस पर मुझे अपराधी करते हुए कुर्सी पर बैठ जाने से मना कर दिया गया। इस पर मैंने कहा कि मेरे ऊपर राजनीतिक मुकदमे जरूर है लेकिन मैं अपराधी नहीं हूं। इस पर जिलाधिकारी अनर्गल बातें करने लगे और अभद्र शब्दों का प्रयोग किया। हाथ भी उठा दिए तो मैंने हाथ पकड़ लिया। तहसीलदार ने भी हाथ उठाया तो मैंने उनका भी हाथ पकड़ लिया। आरोपी तिवारी ने कहा कि अगर मेरे ऊपर आपराधिक मुकदमा है तो नियमानुसार कार्रवाई करते। दंड देने के लिए डीएम का आवास नहीं हैं।
- विनोद तिवारी, आरोपित