गर्मी में पेयजल संकट गहराया
क्षेत्र के माल्देपुर मोड़ पर प्राइवेट वाहन स्टै़ंड होने और यही से गंगा संगम घाट जाने का रास्ता होने के कारण भीड़भाड़ रहती है। शाम ढ़लते ही यहां प्रकाश की व्यवस्था न होने के कारण अंधेरा हो जा रहा है। इससे यात्रियों सहित श्रद्धालुओं को डर बना हुआ है। इस स्टैंड से बक्सर रसड़ा सहित चितबड़ागांव व फेफना जाने के लिए वाहन मिलते हैं। वाहन पकड़ने के लिए देर शाम तक यात्रियों की भीड़ रहती है। भोर में शहर सहित गांव की महिलाए यही पर इकठ्ठा होने के बाद संगम तट पर गंगा स्थान करने जाती हैं। माल्देपुर निवासी विनोद राय ने कहा कि पूर्व में यहां चार स्ट्रीट लाइटें लगी थी इससे पूरा क्षेत्र रोशन रहता था। खराब होने के कारण नगरपालिका के कर्मचारी बनवाने के लिए ले गए लेकिन अभी तक लगवाया नहीं। क्षेत्रवासियों ने जिलाधिकारी व जनप्रतिनिधियों से स्ट्रीट लाइट लगाने की मांग की।
जासं, बैरिया (बलिया) : गर्मी के दिनों में लोगों के कैसे तर होंगे हलक, जब अधिकतर इंडिया मार्का हैंडपंप खराब पड़े हैं। जी हां, हम बात कर रहे हैं क्षेत्र के विकास खंड मुरलीछपरा, बैरिया, आंशिक रेवती व बेलहरी विकास खंडों के गांवों की, जहां भारी संख्या में इंडिया मार्का हैंडपंप काफी दिनों से खराब पड़े हुए हैं। उक्त तीनों विकास खंडों के दर्जनों गांवों के सैकड़ों इंडिया मार्का हैंडपंप वर्षों से विभिन्न कारणों से खराब पड़े हैं।
जल निगम कहता है कि हैंडपंपों का रखरखाव व मरम्मत ग्राम पंचायतों के जिम्मे हैं, लेकिन ग्राम पंचायतों को जो पैसा इंडिया मार्का हैंडपंपों के रखरखाव के लिए मिलता है, वह अगर ग्राम पंचायत दो हैंडपंपों का रीबोर कर दें तो संकट समाप्त हो जाएगा। ऐसे में बजट के अभाव के कारण सैकड़ों इंडिया मार्का हैंडपंप खराब पड़े हैं। गर्मी शुरू हो रही है आदमी, जीव-जंतु, पशु-पक्षी सबको पानी चाहिए, इसलिए संबंधित विभाग को चाहिए कि अभियान चलाकर खराब पड़े इंडिया मार्का हैंडपंपों को तत्काल ठीक करा दिया जाए। यह कार्य जल निगम करा सकता है, कितु जल निगम के अधिकारियों को लोगों की परेशानी से कोई लेना-देना नहीं है।