जलजमाव से संकट गहराया, बढ़ीं मुश्किलें
जलजमाव से संकट गहराया अन्नदाताओं की बढ़ी मुश्किलें
जागरण संवाददाता, बलिया : जनपद में नालों की सफाई न होने से पानी निकासी की समस्या जटिल हो गई है। इससे कई एकड़ फसल जलमग्न हो गई है। नालों की सफाई न होने से जमाव की स्थिति बन गई है। अब यह पानी खेतों में जमा होने के बाद गांव की गलियों तक पहुंचने लगा है। सबसे बुरा हाल इन दिनों शहर से सटे जीराबस्ती, छोड़हर, श्रीपुर, हनुमानगंज व ब्रह्माइन गांव की है।
पिछले साल भी इस क्षेत्र की सफल जलजमाव से पूरी तरह से नष्ट हो गई थी इसके बाद भी सिचाई विभाग ने सबक नहीं लिया। सुरहाताल से निकलकर छोड़हर, जीराबस्ती होते हुए कटहलनाला में मिलने वाला यह चौड़ा नाला इन पानी से लबालब हो गया है। कटहलनाला में पानी नहीं गिरने से इस नाले में पानी भरने से अब गांवों के गलियों के बीच जमा हो गया है। वहीं किसानों की फसल भी अब डूबने लगी है। वहीं कोरोना काल में जलजमाव से कई तरह की बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। जल जमाव से मक्का व सब्जी की खेती पूरी तरह से नष्ट हो गई है। अब धान पर भी खतरा मड़राने लगा है। किसान विनय तिवारी, विनोद श्रीवास्तव, छितेश्वर तिवारी, बलराम राजभर ने सिचाई विभाग से इस नाले की सफाई की मांग की है। जिससे खेतों में जमा पानी निकला जा सके।
-
कटहलनाला की सफाई फिर भी नहीं निकल रहा पानी
सुरहाताल से महावीर घाट तक जाने वाले कटहलनाला की एक माह पूर्व ही सफाई की गई। इसमें करोड़ों रुपये शासन की तरफ से खर्च भी किया गया लेकिन तब भी जलजमाव से मुक्ति नहीं मिल सकी। नाला की खोदाई के समय जिलाधिकारी से खुद इसका निरीक्षण किया था। इससे जुड़े नालों का पानी इसमें नहीं गिर पा रहा है। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि कटहल नाला की सफाई किस स्तर से की गई है। क्षेत्रीय लोगों का आरोप है कि कटहलनाला की सफाई में काफी गोलमाल किया गया है। लोगों ने इसकी जांच की मांग की है।
-
कटहलनाला से जुड़े इस नाले में जमा पानी को निकालने की कवायद की जा रही है। इसके लिए जेई को निर्देश दिए गए है। जल्द ही इस समस्या से निजात मिल जाएगा।
-सीबी पटेल, अधिशासी अभियंता, सिचाई विभाग।