स्वच्छता से ही हारेगा दिमागी बुखार
छोटे लोहिया जनेश्वर मिश्र की
जासं, बलिया : जिला महिला चिकित्सालय पीपी सेंटर पर तैनात नवजात शिशु एवं बाल रोग विशेषज्ञ डा. सिद्धार्थ मणि दुबे ने मौसम को देखते हुए जनमानस से सावधानी और स्वच्छता रखने की अपील की है। बोले, इसी के दम पर ही दिमागी बुखार को हराया जा सकता है। अचानक तेज बुखार आना, हाथ पैर अकड़ जाना, टाइट हो जाना, शरीर का चमकना, झटके आना, शरीर का कांपना, बच्चों का लगातार बड़बड़ाना, बेहोश हो जाना आदि लक्षण दिखें तो इसे हल्के में न लें।
इस बीमारी से बचने के लिए अपने बच्चों का पूरा ध्यान रखें, कोई भी लक्षण नजर आए तो शीघ्र ही नजदीक के अस्पताल में जाएं और चिकित्सक से संपर्क करें। बहुत से माता-पिता ऐसे लक्षण मिलने पर इस हल्के में लेते हैं, जिसका खामियाजा बच्चों को भुगतना पड़ता है। दिमागी बुखार से बचाव के संबंध में उन्होंने बताया कि बच्चों को धूप से दूर रखें, शरीर में पानी की कमी न होने दें ,हल्का साधारण खाना खिलाएं, बच्चों को जंक फूड से दूर रखें, रात को सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें, फुल आस्तीन और पूरे बदन का कपड़ा पहनाएं, बहुत दिन के रखें फलों और सब्जियों का सेवन न कराएं।
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