शौचालय निर्माण हुए बिना ही ओडीएफ घोषित हुआ बेलहरी ब्लाक
बेलहरी विकास खंड के सभी गांवों को ओडीएफ घोषित कर शासन को प्रशासन द्वारा रिपोर्ट भेज दी गई है। उसके बाद शौचालय बनाने वाले लाभार्थियों की सूची बेलहरी विकास खंड के गांवों में बनाई जा रही है। जो चर्चा का विषय बना हुआ है। लोगों का कहना है कि जब उक्त विकास खंड के सभी गांव खुले में शौचमुक्त घोषित कर दिया गया तो स्वाभाविक है कि सभी के पास शौचालय होगा। उसके बाद लोगों की सूची बनाकर शौचालय बनाने की प्रक्रिया शुरू करना यह प्रमाणित करता है कि पंचायतीराज विभाग द्वारा फर्जी ओडीएफ घोषित कर गलत रिपोर्ट शासन को भेजकर सरकार को गुमराह किया गया है।
जागरण संवाददाता, बैरिया (बलिया): बेलहरी विकास खंड के सभी गांवों को ओडीएफ घोषित कर शासन को प्रशासन द्वारा रिपोर्ट भेज दी गई है। इसके बाद शौचालय बनाने वाले लाभार्थियों की सूची बेलहरी विकास खंड के गांवों में बनाई जा रही है। जो चर्चा का विषय बना हुआ है। लोगों का कहना है कि जब उक्त विकास खंड के सभी गांव खुले में शौचमुक्त घोषित कर दिया गया तो स्वाभाविक है कि सभी के पास शौचालय होगा। इसके बाद लोगों की सूची बनाकर शौचालय बनाने की प्रक्रिया शुरू करना यह प्रमाणित करता है कि पंचायतीराज विभाग द्वारा फर्जी ओडीएफ घोषित कर गलत रिपोर्ट शासन को भेजकर सरकार को गुमराह किया गया है। गौरतलब है कि बेलहरी विकास खंड में कुल 31 ग्राम पंचायतें हैं और छोटे-बड़े कुल मिलाकर 95 गांव। तत्कालीन खंड विकास अधिकारी अशोक कुमार ने जब जिलाधिकारी को बेलहरी विकास खंड को ओडीएफ होने की सूचना दी तो जिलाधिकारी ने अपने हाथों से माला पहनाकर उन्हें सम्मानित किया। जबकि स्थिति यह है कि अभी तक शौचालय बनाने की जो सूची बनी है उसमें अकेले बेलहरी गांव में 526 लोगों की सूची बनी है। मझौवां गांव में अभी 180 लोगों को शौचालय बनाना है। दिघार में 300 लोगों का शौचालय बनाना है। यही स्थिति यहां के लगभग सभी गांवों का है। पंचायतों की है। बावजूद इसके बेलहरी विकास खंड को ओडीएफ घोषित कर सरकार की छवि खराब करने का प्रयास किया गया। इस बाबत जानकारी के लिए बेलहरी विकास खंड के एडीओ पंचायत राजेश ¨सह के मोबाइल पर फोन कर संपर्क करने का प्रयास किया गया ¨कतु संपर्क नहीं हो पाया। वहीं डीपीआरओ से भी फोन पर संपर्क नहीं हो सका।