किसानों की बढ़ेगी इनकम! विदेश जाएगा बलिया का सत्तू, कतर-दुबई जैसे देशों में निर्यात भी शुरू
बलिया के मशहूर सत्तू को अब विदेशों में भी पसंद किया जा रहा है। भारत सरकार के प्रयासों से सत्तू का निर्यात खाड़ी देशों और यूरोप के कुछ देशों में शुरू हो गया है। इससे बलिया के किसानों की आय बढ़ेगी। चना की खेती को प्रोत्साहित करने के लिए अधिकारियों को भेजा जाएगा जो किसानों को चना के अत्यधिक खेती करने के लिए किसानों को प्रेरित करेंगे।
संवाद सूत्र, बैरिया (बलिया)। बलिया में तैयार चना के सत्तू को अंतरराष्ट्रीय पहचान भारत सरकार के प्रयास से मिली है। सत्तू का निर्यात खाड़ी के देश ओमान ,कतर ,दुबई सहित यूरोप दक्षिण पूर्व एशिया के कुछ अन्य देशों में शुरू हो गया है। इससे बलिया के किसानों की आय बढ़ेगी और किसान समृद्ध होंगे।
भाजपा के पूर्व सांसद किसान मोर्चा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह मस्त ने बताया कि ऐसे तो चना का उत्पादन नर्मदा, गंगा नदियों के किनारे बहुत अधिक होता है। इसकी खेती सरल और परंपरागत तरीके से होती है। इसलिए किसानों के लिए भी चना का खेती करना आसान है।
किसानों से मिलेंगे अधिकारी
चना की खेती को प्रोत्साहित करने के लिए हर ब्लाक पर कृषि विभाग के अधिकारियों को भेजेगा जो किसानों को चना के अत्यधिक खेती करने के लिए किसानों को प्रेरित करेंगे। साथ ही अधिक उत्पादन के लिए किसानों को टिप्स भी देंगे।
इस संबंध में भारत सरकार ने उत्तर प्रदेश सरकार के माध्यम से समस्त जिला अधिकारियों को निर्देश भेज दिया गया है। पूर्व सांसद ने कहा कि चना की सत्तू का अभियान सफल रहा तो यहां के किसानों का कायाकल्प हो जाएगा। पूर्व सांसद कहा कि चना के बाद जौ को भी अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने का प्रयास किया जाएगा।
यह प्रयास होगा की जौ के उत्पादन भी विदेश में निर्यात हो, पूर्व सांसद ने श्री अन्न की खेती के साथ-साथ आर्गेनिक खेती करने देसी गाय पालने के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकारी अधिकारियों को सरकार के मंशा के अनुसार कार्य करना चाहिए किसानों को ऋण देने में बैंक भेदभाव ना करें यह उचित नहीं होगा।