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अन्नदाताओं ने उठाई ऋण माफी की मांग

किसान दिवस पर बुधवार को विकास भवन सभागर में बैठक के दौरान किसानों ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के किसानों का केसीसी ऋण माफ करने की मांग उठाई।

By JagranEdited By: Published: Wed, 19 Feb 2020 06:04 PM (IST)Updated: Wed, 19 Feb 2020 06:04 PM (IST)
अन्नदाताओं ने उठाई ऋण माफी की मांग
अन्नदाताओं ने उठाई ऋण माफी की मांग

जागरण संवाददाता, बलिया: किसान दिवस पर बुधवार को विकास भवन सभागर में बैठक के दौरान किसानों ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के किसानों का केसीसी ऋण माफ करने की मांग उठाई। जिलाधिकारी एचपी शाही की अध्यक्षता में आयोजित उक्त बैठक में उपस्थित किसानों ने सरकारी विभागों की हिलाहवाली से किसानों की हो रही विभिन्न परेशानियों को एक-एक कर रखा। जिले के प्रगतिशील किसान अखिलेश सिंह ने कहा कि पिछले जुलाई माह में हुई अतिवृष्टि से सुरहाताल के तटवर्ती इलाके के दर्जनों गांवों के किसानों की फसल पूरी तरह बबार्द हो चुकी है। जो आपदा प्रबंधन की ओर से कराए गए सर्वे में साबित हो चुका है।

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सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक सदर व बांसडीह तहसील क्षेत्र के करीब ढाई दर्जन से अधिक गांवों की फसल पूरी तरह तबाह हो चुकी है। वहीं भारी जल भराव के कारण रबी की फसल भी नहीं बोई जा सकी है। ऐसी स्थिति में किसानों की माली हालत को देखते हुए केसीसी ऋण को माफ करना समीचीन होगा। साथ ही प्रभावित किसानों को मुआवजा देना सुनिश्चित करायें। इस दौरान किसानों ने क्राप कटिग की गलत रिपोर्ट प्रस्तुत करने पर नाराजगी जताई। कहा कि सरकारी मुलाजिमों की कमी की वजह से किसानों को पुसल बीमा का लाभ नहीं मिल पा रहा है।

अधिकांश क्राप कटिग की रिपोर्ट कार्यालय में बैठ कर तैयार की जा रही है। इससे वास्तविकता सामने नहीं आ पा रही जिसका खामियाजा किसान भुगत रहे हैं। बताया कि विभागीय कमियों की वजह से जिले के लगभग 27400 बीमित के सापेक्ष 18250 किसानों का ही यूटीआर लोड हो पाया है। आज भी नौ हजार किसान दर-दर भटक रहे हैं। किसानों के प्रश्नों को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी ने सुसंगत कार्यवाही का भरोसा दिया। इस मौके पर सीडीओ बद्रीनाथ सिंह, डीडी एग्रीकल्चर इन्द्राज, किसान संतोष सिंह, मुन्ना यादव, विनोद सिंह, सुरेश सिंह, धीरेन्द्र राय, हरेराम चौरसिया, सीपी सिंह, अजय पांडेय आदि मौजूद थे।


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