भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा निर्माणाधीन आंगनबाड़ी भवन
ग्राम प्रधान योगेंद्र वर्मा के अनुसार आंगनबाड़ी भवन निर्माण के लिए ग्राम पंचायत से भी 1.06 लाख रुपये की धनराशि स्थानांतरित कर दी गई थी, फिर भी भवन का निर्माण पूरा नहीं हो पाया है। ग्राम प्रधान का कहना है कि भवन निर्माण के लिए अनेक बार संबंधित अधिकारियों को पत्र दिया जा चुका है ¨कतु नतीजा सिफर रहा है। प्रभारी सीडीपीओ विद्यावती मौर्या का कहना है कि जो भी अधूरे भवन हैं उसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दी जा चुकी है।
जागरण संवाददाता, नगरा (बलिया) : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भ्रष्टाचार पर नकेल कसने का जो अभियान छेड़ रखा है उसे आज भी कुछ अधिकारी व कर्मचारी पलीता लगा रहे हैं। इन अधिकारियों को मुख्यमंत्री का भय नहीं है। यही कारण है कि इस विकास खंड में कुछ योजनाएं भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई हैं।
वर्ष 2016-17 में लोहिया गांव के रूप में चयनित जेठवार ग्रामपंचायत की बात की जाए तो यहां का निर्माणाधीन आंगनबाड़ी भवन भ्रष्टाचार की कहानी कह रहा है। इस भवन की नींव वर्ष 2016-17 में रखी गई थी। आज तक भवन नहीं बन सका है। भवन निर्माण के लिए शासन से सात लाख रुपये स्वीकृत हुए थे। भवन की कार्यदायी संस्था ग्रामीण अभियंत्रण विभाग रही।
ग्राम प्रधान योगेंद्र वर्मा के अनुसार आंगनबाड़ी भवन निर्माण के लिए ग्राम पंचायत से भी 1.06 लाख रुपये की धनराशि स्थानांतरित कर दी गई थी, फिर भी भवन का निर्माण पूरा नहीं हो पाया है। ग्राम प्रधान का कहना है कि भवन निर्माण के लिए अनेक बार संबंधित अधिकारियों को पत्र दिया जा चुका है ¨कतु नतीजा सिफर रहा है। प्रभारी सीडीपीओ विद्यावती मौर्या का कहना है कि जो भी अधूरे भवन हैं उसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दी जा चुकी है।