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अमृतसर हादसे में बलिया के एक व्यक्ति की मौत, महिला घायल

जागरण संवाददाता, सिकंदरपुर (बलिया) : अमृतसर के जोड़ा फाटक पर हुए भीषण रेल हादसे में सिकंदरपुर के एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि एक महिला गंभीर रूप से जख्मी हो गई। सिकंदरपुर थाना क्षेत्र के बसारिकपुर निवासी दिनेश राम उम्र 45 वर्ष पुत्र मंगर राम अमृतसर में राजमिस्त्री का काम करता था। वह दशहरा के दिन रावण दहन देखने गया था, इस दौरान ट्रेन की चपेट में आने से उसकी मौत हो गई। उसकी पहचान गांव के लोगों द्वारा की गई जो अमृतसर में ही नौकरी करते हैं। शनिवार की सायं गांव के लोग उसका शव लेने अमृतसर चले गए। घटना की सूचना गांव में मिलते ही कोहराम मच गया। परिजन दहाड़ें मारकर रोने लगे। वहीं थाना पकड़ी क्षेत्र के सतरसण गांव की निवासी सुमित्रा देवी (35) पत्नी कमलेश यादव गंभीर रूप से घायल हो गईं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 21 Oct 2018 09:12 PM (IST)Updated: Sun, 21 Oct 2018 09:12 PM (IST)
अमृतसर हादसे में बलिया के एक व्यक्ति की मौत, महिला घायल
अमृतसर हादसे में बलिया के एक व्यक्ति की मौत, महिला घायल

जागरण संवाददाता, सिकंदरपुर (बलिया) : अमृतसर के जोड़ा फाटक पर हुए भीषण रेल हादसे में सिकंदरपुर के एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि एक महिला गंभीर रूप से जख्मी हो गई। सिकंदरपुर थाना क्षेत्र के बसारिकपुर निवासी दिनेश राम उम्र 45 वर्ष पुत्र मंगर राम अमृतसर में राजमिस्त्री का काम करता था। दशहरा के दिन रावण दहन देखने के दौरान ट्रेन की चपेट में आने से उसकी मौत हो गई। उसकी पहचान गांव के लोगों द्वारा की गई जो अमृतसर में ही नौकरी करते हैं। घटना की सूचना गांव में मिलते ही कोहराम मच गया। परिजन दहाड़ें मारकर रोने लगे। शनिवार की सायं गांव के लोग उसका शव लेने अमृतसर चले गए। वहीं थाना पकड़ी क्षेत्र के सतरसण गांव की निवासी सुमित्रा देवी (35) पत्नी कमलेश यादव भी उसी हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गईं।

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दिनेश विगत कई वर्षों से राजमिस्त्री का काम करते थे। दशहरे के दिन वह ट्रेन की चपेट में आ गए। उस समय उसके साथ रह रहे गांव के ही कुछ युवकों ने जब उसे अपने बीच नहीं पाया तो खोजबीन शुरू की। बाद में उसका शव मिला। युवकों ने सुबह परिजनों को यह सूचना दी।

बेटियों की शादी की थी ¨चता

दिनेश राम वर्ष 1991 से ही अमृतसर में रहकर राजमिस्त्री का काम करता था। वहां जाने के कुछ समय बाद वह परिवार लेकर वहीं रहने लगा। लड़कियों के बड़ी हो जाने पर उसने शादी करने की मंशा से एक साल पहले परिवार को गांव छोड़ दिया था। परिवार के लोग अमृतसर आते-जाते थे।

20 दिन पहले आया था परिवार

अभी 20 दिन पहले ही उसका परिवार अमृतसर से वापस आया था। घटना की जानकारी पाकर उसकी बच्चियों का रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं 80 वर्षीय पिता जो चलने में असमर्थ हैं वे बेसुध से हो गए हैं। वे रोते हुए कह रहे थे कि भगवान बेटे को क्यों ले गए। हमको बुला लिए होते। अभी तो उसको अपनी दो बेटियों की शादी भी करनी थी। उसके परिवार में पत्नी लचिया देवी, पुत्री नीतू, निशा और लड़का दीपू है।

सुमित्रा की हालत गंभीर

पूर : थाना पकड़ी क्षेत्र के सतरसण गांव की निवासी सुमित्रा देवी (35) पत्नी कमलेश यादव के साथ विगत 12 वर्षों से अमृतसर में रह रही थीं। वह दशहरा के दिन आयोजित रावण दहन समारोह में शामिल थीं। हादसे में जख्मी होने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जानकारी पाकर सुमित्रा देवी के ससुर हरिद्वार चौधरी अमृतसर रवाना हो गए हैं।


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