डेंगू के मरीज बढ़कर 17, प्रशासन विफल
बाढ़ और बरसात के बाद नगर से लेकर गांव तक हुए जल जमाव के बाद जनपद में मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। मच्छरों के काटने से लोग तरह-तरह के रोग से ग्रसित हो रहे हैं। डेंगू मलेरिया और वायरल बुखार के रोगी बढ़ने लगे हैं। अभी के समय में जिले में कुल 17 मरीज डेंगू पीड़ित हैं इसमें पांच मरीज जिले से बाहर रहते हैं बाकी के 12 मरीजों का उपचार जिला अस्पताल में हो रहा है।
जागरण संवाददाता, बलिया : बाढ़ और बरसात के बाद नगर से लेकर गांव तक हुए जल जमाव से जनपद में मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। मच्छरों के काटने से लोग तरह-तरह के रोग से ग्रसित हो रहे हैं। डेंगू, मलेरिया और वायरल बुखार के रोगी बढ़ने लगे हैं। अभी के समय में जिले में कुल 17 मरीज डेंगू पीड़ित हैं, इसमें पांच मरीज जिले से बाहर रहते हैं, बाकी के 12 मरीजों का उपचार जिला अस्पताल में हो रहा है।
जिले में डेंगू मच्छरों से बचाव के लिए कोई ठोस उपाय नहीं हैं। विभाग भी तभी जागता है जब रोगी मिलते हैं। ऐसे मच्छर पनपे ही नहीं, इसके लिए गांव से शहर तक कोई विशेष इंतजाम नहीं हैं। सबसे ज्यादा मच्छर नगर में ही हैं। यह बजबजाती नालियों में पलते हैं और जन्म लेते हैं। नगर क्षेत्र के यहां हरपुर, मिड्ढी, रामदहिनपुरम, जगदीशपुर, विजयीपुर, गड़हा मोहल्ला, कृष्णा नगर, जापलिनगंज, सेठ कालोनी, श्रीरामबिहार कालोनी, आवास विकास कालोनी, आनंदनगर, रामपुर, टैगोर नगर, पुलिसलाइन,आंबेडकरनगर, कासिम बाजार, बनकटा मोहल्ला, काजीपुरा, जंगेअली मोहल्ला, सहरपाली आदि तमाम मोहल्लों में साल में मच्छर भगाने या मारने के नाम पर कभी-कभार फागिग का कार्यक्रम चलता है।
-रोगी मिलने पर संबंधित क्षेत्र में फागिग
डेंगू व मलेरिया विभाग के नोडल अधिकारी डा. जेएन तिवारी ने बताया कि जनपद में डेंगू के मरीज मिलने के बाद तत्काल जरूरी उपाय किए जाते हैं। मरीज के घर के 100 मीटर की दूरी में कीटनाशक दवाओं का छिड़काव होता है। इस वर्ष जिले में कुल 17 मरीज डेंगू से पीड़ित हैं। इसमें पांच मरीज जिले से बाहर रहते हैं, लेकिन उनके स्थाई पता के आधार पर उनका नाम भी बलिया की सूची में दर्ज है।
इसके अलावा 12 मरीज जिले के देवरी बांसडीह, हनुमानगंज, पांडेयपुर, गड़वार रोड, पुलिसलाइन, खरवार आदि स्थानों पर पाए गए हैं, जिनका उपचार जिला अस्पताल में चल रहा है। उनसे यह पूछे जाने पर कि बचाव के लिए किए उपाय किए जा रहे हैं, इस पर उनका जवाब था कि नगर क्षेत्र में दवा के छिड़काव व फागिग की लिस्ट तैयार हो चुकी है। ग्रामीण क्षेत्रों में बाढ़ से प्रभावित गांवों के लिए ब्लाक स्तर पर दवा और फागिग की व्यवस्था की जा रही है। ग्राम पंचायतों के प्रधान खुद के नेतृत्व में संबंधित पंचायतों में दवा आदि का छिड़काव कराएंगे। इसकी सूची भी तैयार हो चुकी है।