82,366 मनरेगा मजदूर सक्रिय, मिलेगा निश्शुल्क राशन
मनरेगा मजदूर सक्रिय मिलेगा निश्शुल्क राशन
जागरण संवाददाता, बलिया : जिलाधिकारी श्रीहरि प्रताप शाही ने कहा है कि कोविड-19 की आपदा को देखते हुए हर जरूरतमंद तक सहायता पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन गंभीरता से लगा हुआ है। मुख्य विकास अधिकारी बद्रीनाथ सिंह ने बताया कि जिले में कुल 2 लाख 73 हजार मनरेगा जॉब कार्डधारक हैं, जिसमें नियमित रूप से कार्य करने वालों की संख्या 82 हजार 366 है। इसमें सबसे ज्यादा मजदूर रसड़ा ब्लॉक में है।
सीडीओ श्री सिंह ने बताया कि ऐसे सक्रिय मनरेगा जॉब कार्डधारक, जिनके पास पात्र गृहस्थी श्रेणी का राशन कार्ड है उनको अप्रैल महीने में पांच किलोग्राम प्रति यूनिट तथा जिनके अंत्योदय श्रेणी का राशन कार्ड हैं, उन्हें 35 किलोग्राम निश्शुल्क राशन दिया जाएगा। जिनके पास राशन कार्ड है ही नहीं, उनके परिवार में महिला मुखिया का आधार कार्ड, बैंक पासबुक की छायाप्रति व फोटो संबंधित खंड विकास अधिकारी को उपलब्ध कराना होगा, ताकि राशन कार्ड बना कर राशन दिया जा सके। किसी योजना से लाभान्वित नहीं उनके लिए भी व्यवस्था
सीडीओ बद्रीनाथ सिंह ने बताया कि ऐसे मनरेगा जॉब कार्डधारक, जिनका पंजीकरण श्रम विभाग में श्रमिक के तौर पर हुआ है, उन्हें डीबीटी के माध्यम से एक हजार की धनराशि भेजी जा रही है। इसके अलावा ऐसे परिवार जो किसी योजना के अंतर्गत लाभान्वित नहीं है उनके लिए ग्राम प्रधान, सचिव व खंड विकास अधिकारी की संस्तुति पर एक हजार की धनराशि डीबीटी के माध्यम से भेजी जाएगी और निशुल्क खाद्यान्न उपलब्ध कराया जाएगा। सक्रिय मनरेगा जाब कार्डधारकों की ब्लॉकवॉर संख्या
सक्रिय मनरेगा मजदूरों की ब्लॉकवार जानकारी देते हुए सीडीओ ने बताया कि विकास खण्ड बैरिया में 2680, बांसडीह में 3824, बेलहरी में 3917, बेरुवारबारी में 2837, चिलकहर में 7197, दुबहड़ में 3485, गड़वार में 5210, हनुमानगंज में 3273, मनियर में 7123, मुरली छपरा में 2649, नगरा में 6580 मनरेगा मजदूर है। इसी प्रकार नवानगर में 4830, पंदह में 4973, रसड़ा में 9318, रेवती में 4177, सीयर में 5631 और सोहांव में 4662 मनरेगा जॉब कार्डधारकों की संख्या है। ग्रामीण क्षेत्रों में आज से खुलेंगी चिह्नित दुकानें
कोराना वायरस (कोविड-19) को लेकर लागू लॉकडाउन में खाद्यान्न, फल, सब्जी आदि जैसी आवश्यक सामग्री की दुकानें 28 मार्च से ग्रामीण क्षेत्रों में भी सुबह 7 से 11 बजे तक खुलेंगी। ग्रामीण क्षेत्रों में दुकान चिह्नित करने की कार्यवाही संबंधित गांव के ग्राम प्रधान द्वारा इस आधार पर की जायेगी कि संबंधित दुकानदार के पास आपूर्ति के लिए पर्याप्त सामान उपलब्ध रहे और दुकान भी ग्राम के केंद्र में रहे। दुकान के निर्धारण के संबंध में संबंधित एसडीएम, बीडीओ व थानाध्यक्ष भ्रमण के दौरान सत्यापन कर उचित व्यवस्था सुनिश्चित कराएंगे। दुकान पर ग्राहकों के बीच एक मीटर की दूरी बनी रहे, इसके लिए चिह्न लगाया जाएगा। फसल काटने जाएं किसान, पर खेतों में भी बनाए रखें दूरी
ग्रामीण क्षेत्रों में गेहूं, सरसों, मसूर, चना, मटर आदि की फसलें काटने की स्थिति में आने वाली हैं। इसको देखते हुए ग्राम के किसान व मजदूरों को फसल संबंधित आवश्यक कार्यो को करने की छूट इस अपील के साथ है कि इस दौरान दो व्यक्तियों के बीच एक मीटर की दूरी बनी रहीं। खेतों में भी यह दूरी बनाकर ही काम किया जाए। अपनी व समाज की सुरक्षा के उपाय के लिए हर कोई सतर्क रहें। मिलर व गैस एजेंसी मालिकों संग की बैठक
जिलाधिकारी श्रीहरि प्रताप शाही ने बताया कि गैस सिलेंडर, आटा तथा सरसों के तेल आदि जैसे जरूरी सामान की कोई कमी नहीं रहेगी, इसके लिए लगातार समीक्षा की जा रही है। शुक्रवार को आटा मिल और गैस एजेंसी के मालिकों के साथ उन्होंने बैठक भी की। आटा मिल के सभी संचालकों से गेहूं के आटा की उपलब्धता पर चर्चा हुई। भारतीय खाद्य निगम के माध्यम से गेहूं की उपलब्धता कराए जाने पर विशेष जोर दिया गया। इसी प्रकार गैस सिलेंडर के संबंध में गैस एजेन्सी मालिकों से कहा कि संबंधित कंपनी के अधिकारियों से वार्ता कर गैस की आपूर्ति बनाए रखें। भोजन व राशन वितरण की तेजी से चल रही कार्यवाही
जिलाधिकारी ने बताया कि विभिन्न संस्थाओं, संगठनों तथा व्यक्तियों की ओर से निराश्रित, गरीब व्यक्तियों व परिवारों, रिक्शे वालों, फंसे हुए मजदूर, खोमचे वालों को यथा आवश्यकता कुक्ड फूड का पैकेट या राशन सामग्री का पैकेट जिला प्रशासन द्वारा वितरित कराया जा रहा है। राज्य सरकार की ओर से दैनिक मजदूरों, मनरेगा जॉबकार्डधारकों तथा ठेला पटरी वालों को अनुमन्य राशन वितरण की कार्यवाही तेजी से करायी जा रही है। जाबकार्डधारकों के खाते में भारत सरकार की ओर से एक हजार रुपये खाता में भेजे जाने का कार्य शुरू हो गया है। ऐसे सभी संगठन जो खाद्यान्न का पैकेट या बने हुए खाने का पैकेट उपलब्ध कराने के इच्छुक हैं, वे संबंधित उप जिलाधिकारी, क्षेत्राधिकारी से संपर्क कर उपलब्ध करा सकते हैं, जिनको जनपद के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित ऐसे जरूरतमंद व्यक्तियों, परिवारों को उप जिलाधिकारी, क्षेत्राधिकारी, खंड विकास अधिकारी, सेक्टर मजिस्ट्रेट व थानाध्यक्ष के माध्यम से वितरित कराया जाएगा। ग्राम प्रधानों से अपील की गई है कि अपने ग्राम में यह ध्यान रखें कि किसी भी व्यक्ति या परिवार के समक्ष भूखमरी की स्थिति उत्पन्न न हो। ऐसे परिवार का तत्काल सहयोग किया जाय। तत्काल सहयोग के लिए कंट्रोल रूम व संबंधित उप जिलाधिकारी को भी सूचित करें। बाहरी जिलों से पैदल आ रहे मजदूरों के लिए भी भोजन की व्यवस्था
जिलाधिकारी ने बताया कि विभिन्न जनपदों से पैदल आ रहे मजदूरों को भोजन के पैकेट व पानी दिए जाने के लिए सभी थानाध्यक्ष को निर्देशित किया जा चुका है। रसड़ा व बलिया शहर कोतवाल द्वारा ऐसा किया भी जा रहा है। समस्त तहसीलों में शुक्रवार को कुल मिलाकर चार हजार बने बनाए भोजन के पैकेट का वितरण किया गया। मंडी में खुदरा व्यापारी ही आएंगे, उपभोक्ता नहीं
जनपद में सभी मंडी समितियों व कोल्ड स्टोरेज से संबंधित किसानों के द्वारा लाई जाने वाली आवक का संचालन पहले की तरह होता रहेगा। पशुओं के चारे, खाद्य पदार्थ तथा दवाओं आदि का संचालन भी बना रहेगा, परंतु मंडी समितियों में व्यक्तिगत खरीद या फुटकर खरीद वाले उपभोक्ताओं का प्रवेश नहीं होगा। केवल खुदरा व्यापारी ही इसमें जाने के लिए अधिकृत होंगे। इसका अनुपालन सभी एसडीएम, थानाध्यक्ष एवं मंडी सचिवों द्वारा कराने के निर्देश दिए गए हैं। पशु चिकित्सालय व पशुओं के चारे आदि से सम्बन्धित दुकानें भी खुली रहेंगी। अब तक हुए 16 मुकदमे, 40 गिरफ्तार
जनपद में लॉकडाउन ब्रेक करने के कारण पुलिस ने अब तक 16 एफआइआर दर्ज किया है। इसके अलावा 40 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 23 वाहन सीज किए गए हैं। जिलाधिकारी ने लोगों से अपील किया है कि इस खतरनाक वायरस के खिलाफ चल रही लड़ाई में हर कोई अपना योगदान दें। लॉकडाउन का अक्षरश: पालन करें। बाहरी जिलों के फंसे मजदूरों के रुकने, खाने-पीने की व्यवस्था
तहसील बैरिया में जयप्रकाशनगर व कोड़हरा नौबरार में गैर जनपद के फंसे मजदूरों तथा तहसील रसड़ा के सीतापुर में लगभग 30 खोमचे वालों के रुकने व खान-पान की व्यवस्था संबंधित उप जिलाधिकारी द्वारा कराई गई है। डीएम ने जनपदवासियों से भी अपील की है कि अपने आस-पास इस प्रकार के निराश्रित व फंसे हुए व्यक्तियों तथा जानवरों का अपनी ओर से ख्याल रखें। यदि इस प्रकार की कोई जानकारी प्राप्त होती है तो तत्काल कंट्रोल रूम या संबंधित एसडीएम को अवगत कराएं, ताकि उनका सहयोग किया जा सके। धैर्य बनाएं रखें
डीएम एचपी शाही ने जनपदवासियों को संदेश दिया है कि जिला प्रशासन व पुलिस लगातार आप सबके साथ है और हर समस्या के निदान के लिए पूरी तरह से प्रयासरत हैं। सबसे अपेक्षा है कि धैर्य बनाये रखें, आवश्यक सामग्री के भंडारण के लिए परेशान न हों। कोरोना को फैलने से रोकने के लिए आवश्यक सतर्कता, घरों के बने रहना, एक मीटर की दूरी बनाए रखना तथा विदेश या अन्य महानगरों से आए व्यक्तियों को 15 दिन तक पूरी तरह आइसोलेशन में रखे जाने संबंधी सतर्कता बिंदुओं में सहयोग करें। यही लॉकडाउन का उद्देश्य है। आवश्यक वस्तुएं खरीदने जाने वालों के लिए भी एडवाइजरी जारी
बलिया : लॉकडाउन के बीच आवश्यक वस्तुएं खरीदने जाने वाले आम जनता के लिए भी जिला प्रशासन ने एक एडवाइजरी जारी की है। इसके मुताबिक हर परिवार अपने सदस्यों में किसी एक व्यक्ति को चिह्नित करें जिनकी उम्र 20 से 40 वर्ष हो और वह किसी अन्य बीमारी जैसे डायबिटीज आदि से ग्रसित ना हो। वह चिह्नित व्यक्ति ही हर बार आवश्यक वस्तुओं को खरीदने के लिए बाहर जाए। यह भी ध्यान रहे कि रोज-रोज नहीं, बल्कि कम से कम तीन दिन के बाद ही एक बार घर से बाहर निकले। घर से बाहर निकलते समय पूरी बांह के कपड़े पहने और मास्क लगाएं। वापस आकर उन कपड़ों व हाथों को साबुन तथा डिटर्जेट से धोएं। दुकान पर सोशल डिस्टेंसिग का ध्यान रखते हुए समय से दूरी बनाए रखें। इसके लिए भी सभी दुकानदार अपनी दुकान के आगे एक मीटर की दूरी पर पेंट या चुने से चिह्न लगाएं, जिससे दुकान पर भीड़भाड़ न हो। खरीदे हुए सामान को घर पर भी सैनिटाइज करें। सैनिटाइज के लिए साबुन, नमक, गर्म पानी का घोल भी काफी उपयोगी है। संयुक्त मजिस्ट्रेट विपिन कुमार जैन ने लोगों से अपील की है कि हर कोई इसका पालन कर कोरोना के संक्रमण से खुद भी बचे रहें और अपने परिवार व समाज को भी सुरक्षित रखें।