Move to Jagran APP

प्रधानमंत्री आवास योजना में 72 लाख का घोटाला, दो गिरफ्तार

सरकार भले ही भ्रष्टाचार में जीरो टालरेंस की बात कर रही हो लेकिन स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से इस पर लगाम लगते नहीं दिख रहा है। लाख प्रयास के बाद भी विभिन्न योजनाओं में जमकर धोखाधड़ी की जा रही है। रसड़ा ब्लाक के ग्राम सभा अठिला में पीएम आवास योजना में लाखों का गड़बड़झाला तो यही बयां कर रहा है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 19 Jun 2019 10:42 PM (IST)Updated: Thu, 20 Jun 2019 06:27 AM (IST)
प्रधानमंत्री आवास योजना में 72 लाख का घोटाला, दो गिरफ्तार
प्रधानमंत्री आवास योजना में 72 लाख का घोटाला, दो गिरफ्तार

जागरण संवाददाता, बलिया : रसड़ा ब्लॉक के ग्राम सभा अठिला में प्रधानमंत्री आवास योजना में 72 लाख का घोटाला सामने आया है। नोडल अधिकारी सेंथिल पांडियन सी की तत्परता और तल्ख तेवर से इस मामले का पर्दाफाश होने के बाद पूरे सरकारी महकमे में हड़कंप मच गया है। जिम्मेदारों ने आनन-फानन मामले की जांच पूरी की जिसके बाद बुधवार को ग्राम विकास अधिकारी हर्षदेव तथा ग्राम पंचायत अधिकारी विजयशंकर को गिरफ्तार कर लिया गया। एसडीएम विपिन कुमार जैन के निर्देश पर बीडीओ अशोक कुमार ने इस मामले के तीन बिचौलियों धर्मेंद्र, राजकिशोर व मोनू और अवैध रूप से धन आहरण करने के आरोपित 30 अपात्र लाभार्थियों के विरुद्ध रसड़ा कोतवाली में मुकदमा दर्ज करा दिया है।

loksabha election banner

एसडीएम कोर्ट के बाहर पुलिस ने दोनों सचिवों को उस समय गिरफ्तार किया जब वह आरोपों के संबंध में एसडीएम को स्पष्टीकरण देने जा रहे थे।

रसड़ा विकास खंड के अठिला गांव में रविवार को निर्माणाधीन विद्युत उपकेंद्र के निरीक्षण करने पहुंचे नोडल अधिकारी सेंथिल पांडियन सी को अठिला गांव के योगेंद्र प्रसाद, गुलाबी देवी, अरविद कुमार गुप्ता, शांति देवी, अनिल कुमार, बदामी देवी ने शिकायती पत्र देकर प्रधानमंत्री आवास में बड़े पैमाने पर धांधली का आरोप लगाया था। इसे गंभीरता से लेते हुए नोडल अधिकारी ने एसडीएम को इसकी जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया। एसडीएम की जांच में 30 आवासों में भारी पैमाने पर धांधली का मामला प्रकाश में आया। घोटाले में तीन दर्जन लोगों पर एफआइआर

प्रधानमंत्री आवास योजना में लाखों का घोटाला सामने आने के बाद विभागीय कार्यशैली पर प्रश्नचिह्न खड़ा हो गया है। पिछले दो वित्तीय वर्ष में आवास योजना में मिलीभगत कर सरकारी धनराशि की जमकर बंदरबांट की गई। इस मामले में अभी कई और लोगों पर गाज गिरने की आशंका है।

रसड़ा के अठिला गांव में रविवार को पहुंचे नोडल अधिकारी सेंथिल पांडियन सी को आधा दर्जन से अधिक ग्रामीणों ने पत्रक सौंपकर आवास योजना में घालमेल करने का आरोप लगाया था। इसको गंभीरता से लेते हुए नोडल अधिकारी ने एसडीएम रसड़ा को तत्काल जांच कर कार्रवाई का आदेश दिया था। उस दौरान नोडल अधिकारी के तेवर और अंदाज देख ब्लाक स्तरीय अधिकारी भी सहम गए थे। उनकी बेचैनी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि आदेश के दो दिन बाद ही आवास का पैसा पचाए बैठे तकरीबन तीन दर्जन लोगों के खिलाफ बुधवार को रसड़ा कोतवाली में बीडीओ अशोक कुमार ने आननफानन एफआइआर दर्ज कराया।

जांच के दौरान मृत व्यक्तियों को आवास आवंटित कर पैसा आहरण करने का मामला भी सामने आया। जांच में पाया गया कि शांति देवी, कमली, गुलाबी देवी, योगेंद्र, श्रवण, सविता, मीरा, लीलावती, धंजू, श्यामदेइया, रामदेव, परमानंद, सुतली व लल्लन का पैसा अज्ञात व्यक्तियों के खाते से आहरण कर लिया गया है। वहीं लाभार्थी ममता पत्नी लल्लन, जीरा पत्नी मुन्नी, लाल भगरानी देवी पत्नी मथुरा, लाल मुनी पत्नी तूफानी, श्रीराम परदेशी सिद्धनाथ पुत्र सागर तूफानी एवं सुभाष पुत्र गण फौजदार, सावित्री पत्नी हरखू ,जयराम पुत्र सखीचंद, कमलावती पुत्री अबलू, सुदिन पुत्र धर्मदेव, रीता पुत्री हरिहर, शिव कुमार पुत्र रामअवध, बासमती पत्नी सुंदर, लालची पत्नी जमुना को कूट रचना कर लाभ पहुंचाया गया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.