काम के बदले अनाज घोटाले में 30 पूर्व सचिवों पर लटकी तलवार
वर्ष 2002-03 से वर्ष 2005-06 की अवधि में कार्य कर चुके ग्राम पंचायत सचिवों के खिलाफ दस्तावेज गायब करने की आरोप में दोकटी थाना में दो तत्कालीन ग्राम पंचायत अधिकारियों (वर्तमान में राजकीय नलकूप चालकों) के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो चुकी है। वहीं बैरिया ब्लाक क्षेत्र के 30 तत्कालीन सचिवों (राजकीय नलकूप चालकों) के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए जिलाधिकारी भवानी सिंह खंगारौत की संस्तुति के बाद खंड विकास अधिकारी बैरिया ने तहरीर दिया है। पुलिस किसी भी समय एफआईआर दर्ज कर सकती है।
जागरण संवाददाता, बैरिया (बलिया) : वर्ष 2002-03 से वर्ष 2005-06 की अवधि में कार्य कर चुके ग्राम पंचायत सचिवों के खिलाफ दस्तावेज गायब करने की आरोप में दोकटी थाना में दो तत्कालीन ग्राम पंचायत अधिकारियों (वर्तमान में राजकीय नलकूप चालकों) के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो चुकी है। वहीं बैरिया ब्लाक क्षेत्र के 30 तत्कालीन सचिवों (राजकीय नलकूप चालकों) के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए जिलाधिकारी भवानी सिंह खंगारौत की संस्तुति के बाद खंड विकास अधिकारी बैरिया ने तहरीर दिया है। पुलिस किसी भी समय एफआईआर दर्ज कर सकती है।
गौरतलब है कि संपूर्ण ग्रामीण रोजगार योजना के अंतर्गत मजदूरों को काम के बदले अनाज देने के मामले में घोटाले का जिन्न एक बार फिर बाहर निकला है। आर्थिक अपराध अनुसंधान ब्यूरो इसकी जांच में जुटी हुई है। यह मामला सितंबर 2012 का है।
बैरिया सीओ उमेश कुमार यादव ने बताया कि संपूर्ण ग्रामीण रोजगार योजना अंतर्गत काम के बदले अनाज का वर्ष 2002-03 से 2005-06 में गमन करने के आरोप, दस्तावेज उपलब्ध न कराने व साक्ष्य छुपाने के आरोप में दोकटी थाना में दो राजकीय नलकूप चालकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है, जबकि बैरिया थाने में बैरिया खंड विकास अधिकारी के तरफ से जिलाधिकारी की संस्तुति के बाद 30 तत्कालीन सचिव ट्यूवबेल आपरेटरों के खिलाफ तहरीर प्राप्त हुई है, जल्द ही एफआईआर दर्ज करके विवेचना की जाएगी।