तराई में बदला मौसम का मिजाज, 15 मिमी बारिश
संसू बहराइच तराई में शुक्रवार भोर मौसम का मिजाज बदल गया। तेज पुरवा हवाएं चलने लगी। गरज-चमक के साथ बारिश शुरू हो गई। पुरवा हवाओं के झोंकों के साथ दिन भर रुक-रुककर बारिश होती रही।
बहराइच : तराई में शुक्रवार भोर मौसम का मिजाज बदल गया। तेज पुरवा हवाएं चलने लगी। गरज-चमक के साथ बारिश शुरू हो गई। पुरवा हवाओं के झोंकों के साथ दिन भर रुक-रुककर बारिश होती रही। मौसम के बदले रुख से लोगों को ठंड का अहसास हुआ। बारिश 15 मिलीमीटर रिकार्ड की गई। बारिश से रबी फसलों को फायदा हुआ। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि बिजली गिरने की संभावना बनी हुई है।
मौसम वैज्ञानिक डॉ. एमवी सिंह ने बताया कि बंगाल की खाड़ी से उठा पूर्वी विक्षोभ तराई के मैदानी इलाकों में सक्रिय है। इससे 35 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। इसके चलते तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। अधिकतम तापमान 19.8 व न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। तापमान लुढ़कने से ठंड बढ़ गई। सुबह हवाओं के झोंकों के बीच लोग ठिठुरते हुए दिखे। शहर के मुहल्ला हमजापुरा, बक्शीपुरा, नौवागढ़ी समेत 12 मुहल्लों में जल निकासी की व्यवस्था सु²ढ़ न होने से जलभराव की स्थिति पैदा हो गई है।
तीन दिन ऐसा ही रहेगा मौसम : कुमारगंज विश्वविद्यालय के मौसम पर्यवेक्षक शंखमाधव त्रिपाठी ने बताया कि मौसम का मिजाज अचसनक बदला है। तराई में अगले तीन दिनों तक पूर्वी विक्षोभ सक्रिय रहेगा। पुरवा हवाओं के साथ रुक-रुककर बारिश होती रहेगी। 20 मिलीमीटर बारिश होने की संभावना है। उन्होंने बताया कि तेज हवाएं चलने से तापमान में लगातार गिरावट होगी।
फसलों के लिए संजीवनी : मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 15 मिलीमीटर बारिश होने से गेहूं, गन्ना, अरहर व मक्का की फसलों को फायदा हुआ है। डॉ. सिंह ने बताया कि तेज हवाएं चलने से तापमान और कम होगा। तेज हवाएं चलने से खेतों में पकी लगी सरसों की फसल गिर जाने से पैदावार कम होने से किसान चितित हैं।