बढ़ी गर्मी, दोपहर में घर से निकलना हुआ मुहाल
देश के अन्य हिस्सों की भांति अब तराई में भी मौसम कहर ढ़ा रहा है। कड़ी धूप में जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। चिल्लाती धूप के चलते दोपहर में घरों से निकलना मुहाल हो रहा है।
बहराइच : देश के अन्य हिस्सों की भांति अब तराई में भी मौसम कहर ढा रहा है। कड़ी धूप ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। चिलचिलाती धूप के चलते दोपहर में घरों से निकलना मुहाल हो रहा है।
यूं तो पिछले एक पखवारे से गर्मी बढ़ रही है, लेकिन तीन दिनों से पारा रिकॉर्ड स्तर 43 डिग्री सेल्सियस पर बना हुआ है। इससे रात की नींद एवं दिन का चैन छिन गया है। ज्येष्ठ माह की चिलचिलाती धूप और भीषण गर्मी से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। लोग घरों में कैद रहने को विवश हैं। बुधवार को दिनभर धूप और उमस भरी गर्मी बनी रही। गर्मी के कारण लोग प्यास और पसीने से तरबतर होते रहे। इस दौरान जो लोग घरों से बाहर निकले, वह छाता अथवा गमछे का सहारा लेकर। तमाम लोग पेड़ों की छांव ढूंढते नजर आए। इस समय बिजली के पंखे की गर्म हवा भी लोगों को सुहा नहीं रही है। बीच-बीच में बिजली कटने पर वक्त काटना मुश्किल हो रहा है।
कल से मिल सकती है राहत : भीषण गर्मी से राहत आगामी 29 मई से मिल सकती है। कुमारगंज कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञान विभाग के शंखमाधव त्रिपाठी ने बताया कि 29 से 31 मई के बीच तेज हवा के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। यह बारिश बंगाल की खाड़ी में सक्रिय हो रहे मानसून के बादल के टूटकर पूरवा हवा के साथ पूर्वी उत्तर प्रदेश तक पहुंचने के कारण होगी।