घटने लगा राप्ती का जलस्तर, राहत में ग्रामीण
जागरण टीम श्रावस्ती जिले में बुधवार को पूरे दिन आसमान पर काले बादल छाए रहे। बीच-बीच में
जागरण टीम, श्रावस्ती: जिले में बुधवार को पूरे दिन आसमान पर काले बादल छाए रहे। बीच-बीच में हल्की बरसात भी हुई। पहाड़ों पर हो रही लगातार बारिश से श्रावस्ती के तराई में राप्ती नदी का जलस्तर सुबह तेजी से बढ़ा। दोपहर बाद जलस्तर घटने से तटवर्ती गांवों के लोगों ने राहत की सांस ली।
दिन में बारिश की हल्की फुहारों ने मौसम को खुशनुमा बनाए रखा। पहाड़ी नालों के उफनाने से सिरसिया ब्लॉक में लक्ष्मनपुर-भिनगा मार्ग पर आवागमन ठप है। पहाड़ों पर हो रही बारिश से राप्ती के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हुई। सुबह आठ बजे राप्ती बैराज पर जलस्तर 127.68 मीटर था, जो खतरे के निशान 127.70 से महज दो मीटर कम रहा। दोपहर 12 बजे जलस्तर घटकर 127.55 मीटर पहुंच गया। शाम को पांच बजे 127.32 मीटर जलस्तर रिकॉर्ड किया गया। नदी लगभग पांच सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से घट रही है। पानी घटने से तटवर्ती गांवों के लोग राहत महसूस कर रहे हैं।
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टपकने लगी तहसील की छत
चित्र-10एसआरटी11 व 12-
संसू, भिनगा(श्रावस्ती): भिनगा तहसील परिसर की दूसरी मंजिल पर अपर जिला जज सिविल जज फास्ट ट्रैक कोर्ट, प्रधान न्यायाधीश कुटुंब न्यायालय व सीजेएम के न्यायालय कक्षों की छत कई जगहों पर टपक रही है। जिससे न्यायिक अधिकारियों के चैंबर व न्यायालय कक्षों व कार्यालयों में पानी भर गया है। बुधवार को ड्यूटी पर पहुंचे कर्मचारियों ने यह आलम देखा तो इसकी सूचना न्याय विभाग के उच्चाधिकारियों को दी। प्रधान न्यायाधीश कुटुंब न्यायालय राकेश कुमार सिंह, सीजेएम शीतला प्रसाद, सिविल जज फास्ट ट्रैक कोर्ट प्रशांत सिंह के अलावा भिनगा एसडीएम चंद्र मोहन गर्ग व तहसीलदार राजकुमार पांडेय ने न्यायालय कक्षों में पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया। एसडीएम ने बताया कि बिल्डिग पुरानी हो चुकी है। मरम्मत के लिए प्रस्ताव भेजा जा रहा है। समस्या के समाधान के लिए वैकल्पिक व्यवस्था भी की जा रही है।