नेताजी द्वार पर, किसान फसल काटने में व्यस्त
ज्यादातर मतदाता खेती-किसानी में व्यस्त प्रत्याशियों को समर्थकों का टोटा
बहराइच: आगामी 29 अप्रैल को मतदाता गांव से लेकर जिले तक की सरकार का फैसला करेगी। ऐसे में पंचायत चुनाव में किस्मत अजमाने के दावेदार घर-घर दस्तक देने लगे हैं। यह पंचायत चुनाव ऐसे मौके पर हो रहा है जब खेती-बाड़ी का भी काम तेजी से शुरू हो गया है। सामने कोई भी पड़ता है तो उसे प्रणाम करने अथवा चरण छूकर आशीर्वाद मांगना नहीं भूलते। किसी संभावित प्रत्याशी को अब तक चुनाव निशान भले ही न मिला हो, लेकिन गांव की गलियां पोस्टरों से पट गई हैं।
विकास खंड फखरपुर में कुल 86 ग्राम पंचायत हैं। इनमें चुनाव की धूम मच गई है। आरक्षण प्रक्रिया स्पष्ट होने के बाद प्रत्याशियों ने जनसंपर्क शुरू कर दिया है। संयोग है कि चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत होली जैसे पर्व पर हुई, जिससे एकदूसरे के घर जाकर दुआ-पैलगी एवं जनसंपर्क अभियान होली मिलन के बहाने शुरू हो गया। ग्रामीण क्षेत्रों में इस समय रात दिन जनसंपर्क अभियान चल रहा है। ऐसे-ऐसे लोग मैदान में आ गए हैं, जिनके बारे में कभी गांव के लोगों ने सोचा भी नहीं था।
किसान रामबरन वर्मा का कहना है कि एक तरफ तिलहन कटने के बाद पिपरमेंट की रोपाई जोरों पर है, वहीं गेहूं की कटाई व मड़ाई भी शुरू हो गई है, ऐसे में ज्यादातर मतदाता अपने-अपने कृषि कार्यों में व्यस्त है तथा प्रत्याशियों को समर्थकों का टोटा बना हुआ है। मुन्ना तिवारी का कहना है कि हमारे लिए सबसे अहम इस समय फसल की बोवाई और कटाई है, क्योंकि इस बार सभी फसलें अच्छी हैं, ईश्वर भी मेहरबान है, ऐसे में जितनी जल्दी फसल घर ले आया जाए उतना ही अच्छा है, क्योंकि जरा सी बारिश एवं ओले गिरने से फसल चौपट हो जाएगी।
कुल मिलाकर मतदाताओं की व्यस्तता के बावजूद संभावित प्रत्याशी मैदान में निकल चुके हैं, आम मतदाता भले ही उनके समर्थन में साथ नहीं चल रहा है, लेकिन बिचौलिए खाने-पीने के जुगाड़ में साथ लगे हैं, इनमें से कुछ भी हैं, जो दिन में किसी के साथ तो रात में किसी अन्य के साथ रहते हैं।