रेस्क्यू के दौरान पलटी नाव, दो बालक लापता
बाढ़ में फंसे लोगों ने पेड़ व घर की छत पर बिताई रात 600 लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया
बहराइच : नेपाल में पहाड़ों पर हो रही लगातार भारी बारिश से गेरुआ, सरयू, कौड़ियाला व घाघरा नदी विकराल रूप ले चुकी हैं। अब तक 600 लोगों को पलायन करवाया जा चुका है। रेस्क्यू के दौरान पेड़ से टकराकर नाव पलटने से दो बालक लापता हो गए।
मिहींपुरवा तहसील के ग्राम पंचायत बड़खड़िया के नईबस्ती गांव में मंगलवार की शाम बाढ़ ने अचानक विकराल रूप धारण कर लिया। नई बस्ती गांव से नाव से करीब एक दर्जन लोगों को रात साढ़े 11 बजे बड़खड़िया प्राथमिक विद्यालय लाया जा रहा था। गांव से कुछ दूर जंगल में पहुंचते ही तेज लहरों में नाव पेड़ से टकराकर पलट गई। चालक लालाप्रसाद ने बताया कि सभी ने तैरकर अपनी जान बचा ली, लेकिन गांव के दो मासूम डूब गए। प्रशासनिक टीम व स्थानीय ग्रामीणों ने काफी तलाश की, लेकिन ओमप्रकाश के पांच वर्षीय पुत्र गुलशन व दयानंद के पांच वर्षीय पुत्र अंकित का कुछ पता नहीं लग सका।
घाघरा की जद में दो दर्जन गांव
बिछिया: ग्राम पंचायत चहलवा, बरखड़िया, सुजौली और जंगल गुलरिया का रामवृक्षपुरवा, बिचला रेतवा, प्रेमनगर, चहलवा बंधा, मौरहवा, विजयनगर, नई बस्ती, तुलसीपुरवा, गुप्तापुरवा, कृष्णानगर, संपतपुरवा, धर्मपुर रेतिया, धनिया बेली, नौकापुरवा, रामपुर रेतिया, मुजवा, टिलवा, खैरीपुरवा, पारसपुरवा, त्रिलोकी गांव बाढ़ की जद में हैं। ग्रामीणों के मुताबिक बाढ़ से हजारों एकड़ फसलें तबाह हुई हैं। सौ से अधिक कच्चे मकान ढह गए हैं। सैकड़ों पेड़ जमींदोज हो गए। सब्जी व धान की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है।
व्यवस्था संभालने में जुटे अधिकारी
एसडीएम ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी, तहसीलदार पियूष कुमार, जिला पंचायत सदस्य वीरबहादुर प्रकाश, ग्राम प्रधान प्रतिनिधि चहलवा प्रीतम निषाद, ग्राम प्रधान बरखड़िया जयप्रकाश, ग्राम प्रधान सुजौली राजेश गुप्त, ग्राम प्रधान जंगल गुलरिया शिवकुमार, भाजपा नेता प्रमोद कुमार आर्य, प्रेमप्रकाश मौर्य, भगवानदास मौर्य, मेवालाल निषाद, गुलाबचंद, कुंवर बहादुर, ग्राम विकास अधिकारी सुशील सिंह व जितेंद्र वर्मा बाढ़ में फंसे गांव के लोगों को रेस्क्यू कर सरकारी स्कूल व पंचायत भवनों में सुरक्षित पहुंचाने एवं खानपान का प्रबंधन करने में जुटे हैं।
बोले जिम्मेदार
उप जिलाधिकारी ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि पूरी रात कड़ी मशक्कत कर लोगों को नाव से रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। लोगों के रहने व भोजन की व्यवस्था की गई है। फंसे लोगों को निकालने का प्रयास किया जा रहा है। एनडीआरएफ की टीम बुलवाई गई है। मोटर बोट की व्यवस्था की जा रही है।