खत्म हुआ इंतजार, आज खुलेगा कतर्निया का द्वार
बहराइच : पर्यटकों के इंतजार की घड़िया खत्म हुई। कतर्निया की मनमोहक छटा व वन्य जीवों
बहराइच : पर्यटकों के इंतजार की घड़िया खत्म हुई। कतर्निया की मनमोहक छटा व वन्य जीवों की चहल-कदमी गुरुवार से पर्यटक निहार सकेंगे। 15 नवंबर को कतर्नियाघाट की नैसर्गिक छटा को निहारने के लिए आने वाले पर्यटकों के लिए वन विभाग की ओर से इसके कपाट खोल दिए जाएंगे। पर्यटकों को सैर कराने का भी बंदोबस्त किया गया है। 551 वर्ग किमी में फैले कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग की आकर्षक छटा पर्यटकों को लुभा रही है।
पांच माह बाद कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग में आने वाले पर्यटकों को कदम-कदम पर जंगली जीवों के साथ कुलांचे भरते हिरनों के झुंड उन्हें अपनी ओर आकर्षित करेंगे। विशाल घास के मैदान, जलीय क्षेत्र व घने जंगल में बाघ, हाथी, तेंदुआ, गैंडा, बारा¨सघा, मगरमच्छ के अलावा अन्य वन्यजीवों का प्राकृतिक प्रवास है। आने वाले पर्यटक कतर्निया की नैसर्गिक छटा को बढ़ाने के लिए वन विभाग की ओर से गेरुआ नदी के किनारे जमीन से 30 फिट ऊंचे ट्री हट का निर्माण भी कराया गया है। पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बने कतर्निया में वन विभाग की ओर से 10 थारू हट, चार लेपर्ड व दो टाइगर हट बनाए गए हैं। पर्यटकों के लिए गेरुआ नदी किनारे नेचर ट्रेल का निर्माण कराया गया है। यहां वन्यजीवों की खींची गई तस्वीरें लगाने के साथ उनके बारे में जानकारी भी साझा की गई है। जंगल की सैर कराने के लिए वन विभाग के पास दो हथिनी जयमाला व चंपाकली भी मौजूद हैं। यही नहीं पर्यटकों को जंगल की जानकारी व वन्यजीवों की झलक दिखाने के लिए जिप्सी वाहन के साथ गाइड भी तैनात किए गए हैं। जंगल में पर्यटकों को खाने-पीने की असुविधा न हो इसके लिए गेस्ट हाउसों में कैंटीन की व्यवस्था भी की गई है। पर्यटक कतर्निया में प्रवास के लिए डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट इकोटूरिज्म डॉट इन पर जाकर गेस्ट हाउस को ऑनलाइन बुक करा सकते हैं।