फर्जी किसानों के खातों में नहीं बची फूटी कौड़ी
किसी ने चार तो किसी ने पांचों किस्त खातों से निकाल ली रकम 1.44 करोड़ के भुगतान की रिकवरी विभाग के लिए बनी चुनौती
प्रदीप तिवारी, बहराइच : प्रधानमंत्री की ड्रीम किसान सम्मान निधि योजना में सेंध लगाने वाले फर्जी भूमिहीन किसानों के बैंक खातों में फूटी कौड़ी नहीं बची है। कई फर्जी किसान तो योजना की पांचवीं किस्त भी डकार चुके हैं। ऐसे में अब इन किसानों से रिकवरी न केवल मुश्किल है, बल्कि नामुमकिन है। यह खुलासा केंद्र की रिपोर्ट के बाद बैंकों की ओर से खंगाले गए खातों से हुआ है।
जिले में चार लाख 86 हजार किसान प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ ले रहे हैं। यह योजना किसानों को आर्थिक रूप से मदद देने के लिए संचालित की गई है। इसका लाभ खेतिहर किसानों को ही मिलना है। बावजूद जिले में 1800 से अधिक ऐसे किसानों को योजना का लाभ मिल रहा है, जिनके नाम एक बिसवा जमीन भी नहीं है। यह किसान योजना का लाभ लेने में उन किसानों से आगे रहे जो पात्र होते हुए भी अभी तक लाभ लेने के लिए दर-दर भटक रहे हैं। इनमें 1200 ऐसे किसान हैं, जिन्हें तीसरी किस्त मिल गई है। 400 किसानों को चौथी व 200 किसानों को पांचवीं किस्त का लाभ मिल चुका है। यही नहीं ये किसान खाते से रकम भी निकाल चुके हैं। अब जब फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है तो कृषि विभाग व बैंक के अधिकारी दबे पांव इन किसानों की रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं। --------------- 150 मृतक किसानों के खाते से रकम निकालने की कोशिश - खसरा - खतौनी व आधार से हुए सत्यापन में 150 किसान मृतक मिले हैं। इन किसानों के खातों में भी योजना की रकम डंप है। उनके उत्तराधिकारी इस रकम को भी निकालने के लिए जुगाड़ लगा चुके थे, लेकिन खुलासे के बाद बैंक व उनके परिवारजनों ने कदम खींच लिए। ------------ 1.44 करोड़ का घपला - शुरुआती जांच में सामने आए फर्जी किसानों को लगभग 1.44 करोड़ रुपये सम्मान निधि का भुगतान किया गया है। इस रकम को फर्जी किसानों से वसूलना बैंक व विभाग दोनों के लिए चुनौती पूर्ण होगा। ----------------- - खातों का सत्यापन कराया जा रहा है। जिन खातों में रकम है, उन्हें बैंक अपने माध्यम से वापस ले रहा है। जिन लोगों ने रकम निकाल ली है, उनसे वसूला जाएगा। - डॉ.आरके सिंह, उपनिदेशक कृषि