गश्त पर निकले एसएसबी जवानों का वनराज से सामना
बाघ को देखकर जवानों ने पीछे खींचा कदम सर्च लाइट में खींची तस्वीर
बहराइच : कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग के कतर्निया रेंज में शनिवार भोर भारत-नेपाल बार्डर पर एसएसबी के जवान गश्त कर रहे थे, तभी पिलर संख्या 79 पर उनका सामना वनराज से हो गया। सर्च लाइट पड़ते ही बाघ गुर्राया। बाघ को देखकर जवानों ने कदम खींच लिए। लाइट के उजाले में उसकी तस्वीर खींची गई। लगभग आधे घंटे बाघ डटा रहा। जंगल में जाने के बाद जवान आगे बढ़ सके।
लॉकडाउन के चलते भारत-नेपाल सीमा पर आवागमन पूरी तरह से ठप है। वन तस्करों व माफियाओं पर अंकुश लगाने के लिए एसएसबी 70वीं बटालियन कमांडेंट मोबी लोरेम बम के नेतृत्व में एसएसबी जवानों की टीम जंगल में गश्त कर रही थी। पिलर संख्या 79 से गुजरते समय उनकी नजर 50 मीटर दूर बैठे बाध पर पड़ी। बाघ को देखकर जवान सहम गए। कमांडेंट ने जवानों को शांत रहने का आदेश दिया। सर्च लाइट के जरिए बाघ को रास्ते से हटाने की कोशिश शुरू की गई। आधे घंटे बाद बाघ जंगल की ओर निकल गया। कमांडेंट ने बताया कि आए दिन गश्त के दौरान बाघ, तेंदुआ व अन्य जंगली जीवों से उन लोगों का सामना होता है, लेकिन प्रशिक्षण मिलने की वजह से वे लोग सतर्क रहते हैं।