श्रीराम कथा सुनने से दूर होते हैं कष्ट
श्रीराम कथा सुनने से दूर होते हैं कष्टश्रीराम कथा सुनने से दूर होते हैं कष्टश्रीराम कथा सुनने से दूर होते हैं कष्टश्रीराम कथा सुनने से दूर होते हैं कष्टश्रीराम कथा सुनने से दूर होते हैं कष्टश्रीराम कथा सुनने से दूर होते हैं कष्टश्रीराम कथा सुनने से दूर होते हैं कष्टश्रीराम कथा सुनने से दूर होते हैं कष्टश्रीराम कथा सुनने से दूर होते हैं कष्टश्रीराम कथा सुनने से दूर होते हैं कष्टश्रीराम कथा सुनने से दूर होते हैं कष्टश्रीराम कथा सुनने से दूर होते हैं कष्टश्रीराम कथा सुनने से दूर होते हैं कष्टश्रीराम कथा सुनने से दूर होते हैं कष्टश्रीराम कथा सुनने से दूर होते हैं कष्टश्रीराम कथा सुनने से दूर होते हैं कष्टश्रीराम कथा सुनने से दूर होते हैं कष्ट
संसू, महसी (बहराइच): भगवानपुर स्थित मां सर्वेश्वरी धाम मंदिर परिसर में सात दिवसीय संगीतमयी श्रीराम कथा महायज्ञ का आयोजन किया गया। कथावाचक पं. उत्तमदास तिवारी ने कथा के मर्म को समझाया। उन्होंने कहा कि श्रीराम कथा के सुनने से बड़े-बड़े कष्ट दूर हो जाते हैं।
कथावाचक ने कहा कि सबसे पहले भगवान शंकर ने मां पार्वती को श्रीराम कथा सुनाई थी। उन्होंने कहा कि कथा के सुनने से मनवांछित फल की प्राप्ति होती है। ईश्वर की कृपा से मनुष्य के बड़े-बड़े कष्ट क्षण में ही दूर हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि कथा मनुष्य को सन्मार्ग पर चलने का रास्ता दिखाती है। अपने अच्छे कर्मों के के द्वारा ही मनुष्य सद्गति को प्राप्त होता है। इस मौके पर आचार्य पं. गंगाधर तिवारी, ढोलक वादक तेज शंकर मिश्र, कुलदीप वर्मा, राकेश तिवारी, घनश्याम मिश्र, हरिनाथ यादव, विनोद अवस्थी, भोला अवस्थी, अवनीश मिश्र, रामबहोरन मिश्र, उमेश मिश्र, नितीश वाजपेई समेत बड़ी संख्या में श्रोता मौजूद रहे।