कॉपियों के बदलने का विशेष कोड से होगा भंडाफोड़
संसू बहराइच बोर्ड परीक्षा में नकल रोकने के लिए हर स्तर पर बदलाव किया गया है। जिले के सभी केंद्रों पर विशेष कोड युक्त कॉपियों को भेजा गया है। इसमें अंकित कोड कॉपियों के बदलने की स्थिति का भंड़ाफोड़ करेंगी। यहां तक कि किस कक्ष में किस परीक्षार्थी को कॉपियां दी गई हैं। यही नहीं बी कॉपियों के खेल पर भी अंकुश लगाने के लिए अलग से कोडिग की गई है। जिससे कॉपियों के बदलने को लेकर अक्सर लग रही अटकलों पर विराम लगाने का प्रयास किया गया है।
उड़ाका दल की कॉपियों पर रहेगी बहराइच : बोर्ड परीक्षा में नकल रोकने के लिए हर स्तर पर बदलाव किया गया है। जिले के सभी केंद्रों पर विशेष कोड युक्त कॉपियों को भेजा गया है। इसमें अंकित कोड कॉपियों के बदलने की स्थिति का भंडाफोड़ करेंगी। यहां तक कि किस कक्ष में किस परीक्षार्थी को कॉपियां दी गई हैं। यही नहीं बी कॉपियों के खेल पर भी अंकुश लगाने के लिए अलग से कोडिग की गई है, जिससे कॉपियों के बदलने को लेकर अक्सर लग रही अटकलों पर विराम लगाने का प्रयास किया गया है। उड़ाका दल की नजर कॉपियों पर भी रहेगी।
माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की 18 फरवरी से शुरू हो रही बोर्ड परीक्षा में भले ही कलरयुक्त कॉपियां जिले को नहीं मिली हो, लेकिन बोर्ड की ओर से विशेष कोडयुक्त कॉपियां भेजी गई है। इन कॉपियों पर हर परीक्षा केंद्र का सीरियल नंबर अंकित है। इससे जब भी कॉपियां बदली जाएंगी तो आसानी से पता चल सकेगा कि किस केंद्र की कॉपियां हैं। इस बार निर्धारित परीक्षार्थी के मुताबिक ही केंद्रों को कॉपियां दी जाएंगी। केंद्र व्यवस्थापक को सुनिश्चित करना होगा कि कॉपियां कम नहीं हैं। इसके बाद कॉपियों कम मिली तो सीधे केंद्र व्यवस्थापक जवाबदेह होंगे।
जांच के बाद बदली जाएंगी फटी कॉपियां : डीआइओएस राजेंद्र कुमार पांडेय ने बताया कि स्ट्रांग रूप से ही फटी कॉपियां की छंटनी कर केंद्रों को वितरित की जा रही हैं। बावजूद फटी कॉपियां होने की सूचना केंद्र व्यवस्थापकों को लिखित रूप से कार्यालय में देना होगा। कॉपियों की जांच के बाद रिपोर्ट बोर्ड को भेजी जाएगी। इसके बाद उस कोड नंबर की दूसरी कॉपियां केंद्रों को उपलब्ध कराई जाएगी।
17 जिलों में सिर्फ कलरफुल कॉपियां : बोर्ड की ओर से नकल रोकने के लिए कलरफुल कॉपियां मुहैया कराने का फैसला लिया था, लेकिन अंतिम समय में बोर्ड ने सिर्फ प्रदेश के अति संवेदनशील 17 जिलों में ही ऐसी कॉपियों का वितरण कराया है। डीआइओएस ने कहा कि बावजूद कॉपियों की कोडिग से परीक्षा में नकल की गुंजाइश नहीं होगी।