पहाड़ों पर बारिश, तराई में तबाही का खतरा
454319 क्यूसेक पानी बैराजों से छोड़ा गया लाल निशान पार हुई शारदा व घाघरा नदियां
बहराइच : नेपाल के पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश के चलते नदियों का जलस्तर बढ़ने लगा है। घाघरा नदी में पानी बढ़ने से तटवर्ती गांवों पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। बैराजों से 454319 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। शारदा व घाघरा नदी खतरे के निशान को पार कर गई है।
अचानक नदी का जलस्तर बढ़ने से मुहाने पर बसे गांवों के लोगों की धड़कने तेज हो गई हैं। प्रशासन ने राजस्व कर्मियों को अलर्ट कर दिया है।
महसी : सरयू ड्रेनेज खंड प्रथम के एसडीओ वीवी पाल ने बताया कि उत्तराखंड में भारी बारिश हो रही है। जिसके चलते मंगलवार की शाम पांच बजे सरयू के गोपिया बैराज से 16419 क्यूसेक, शारदा बैराज से 168405 व घाघरा के गिरजापुरी बैराज से 269492 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।
शारदा बैराज पर नदी खतरे के निशान 135.40 मीटर के सापेक्ष 135.50 मीटर व गिरजापुरी बैराज पर घाघरा खतरे के निशान 136.25 के 136.35 मीटर पर बह रही है। शारदा, गिरजा व सरयू बैराजों से 454319 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। उन्होंने बताया कि यदि बारिश होती रही तो नदियों का जलस्तर और बढ़ जाएगा।
नायब तहसीलदार विपुल सिंह ने बताया कि बाढ़ की अभी कोई संभावना नहीं है। बाढ़ की स्थिति को लेकर पूरी सतर्कता बरती जा रही है।
बौंडी : सरयू ड्रेनेज खंड प्रथम के सहायक अभियंता बीबी पाल ने बताया कि शारदा बैराज से एक लाख 49 हजार 870, गिरिजापुरी बैराज से एक लाख सात हजार 287 व सरयू बैराज से 13 हजार 947 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। तहसीलदार महसी डा. सुनील ने बताया कि बाढ़ प्रभावित गांवों में राजस्वकर्मी तैनात हैं। फसल नुकसान होता है तो उसकी रिपोर्ट तैयार की जाएगी।
बिछिया : नेपाल के पहाड़ों पर हो रही भारी बारिश के पानी से गेरुआ नदी उफान पर हैं। नेपाल में कर्णाली नदी का पानी कतर्नियाघाट जंगल के बीच से होकर घाघरा बैराज तक पहुंचता है। घाघरा नदी में समाहित होने वाली गेरुआ और कौड़ियाला नदी भी उफान पर है। इससे सुजौली के आंबा, बर्दिया, विशुनापुर, फकीरपुरी, रमपुरवा, बिछिया, भवानीपुर, मटेही, करीकोट समेत दो दर्जन से अधिक गांवों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है।