भक्तों की रक्षा को प्रभु लेते हैं अवतार
गवानपुर स्थित मां सर्वेश्वरी धाम मंदिर परिसर में सात दिवसीय संगीतमयी श्रीराम कथा महायज्ञ का आयोजन किया गया। कथावाचक पंडित उत्तमदास तिवारी ने भक्त प्रह्लाद की कथा सुनाई और कहा कि अपने भक्तों की रक्षा के लिए प्रभु किसी न किसी रूप में अवतार जरूर लेते हैं। कथावाचक ने कहा कि भगवान अपने भक्तों की पुकार सुनकर दौड़े चले आते हैं। उन्होंने कहा कि भक्त प्रह्लाद की पुकार सुनकर भगवान ने नरसिंह
संसू, महसी (बहराइच): भगवानपुर स्थित मां सर्वेश्वरी धाम मंदिर परिसर में सात दिवसीय संगीतमयी श्रीराम कथा महायज्ञ का आयोजन किया गया। कथावाचक पंडित उत्तमदास तिवारी ने भक्त प्रह्लाद की कथा सुनाई और कहा कि अपने भक्तों की रक्षा के लिए प्रभु किसी न किसी रूप में अवतार जरूर लेते हैं।
कथावाचक ने कहा कि भगवान अपने भक्तों की पुकार सुनकर दौड़े चले आते हैं। उन्होंने कहा कि भक्त प्रह्लाद की पुकार सुनकर भगवान ने नरसिंह रूप धारण कर खंभे में प्रकट हो गए। अपने भक्त की रक्षा की। उन्होंने कहा कि जब- जब धरती पर अत्याचार बढ़ा भगवान ने किसी न किसी रूप में अवतार लेकर उसका नाश किया। कहा कि भक्त जब कष्ट में होता है और सच्चे मन से ईश्वर को याद करता है तो उसकी मदद को भगवान किसी न किसी रूप में अवतार लेकर कष्टों को दूर करते हैं। कथावाचक ने कहा कि ईश्वर की कृपा से मनुष्य के बड़े -बड़े कष्ट क्षण में ही दूर हो जाते हैं। मनवांछित फल की प्राप्ति होती है। इस मौके पर आचार्य पंडित गंगाधर तिवारी ढोलक वादक तेज शंकर मिश्र, कुलदीप वर्मा, राकेश तिवारी, घनश्याम मिश्र, हरिनाथ यादव, विनोद अवस्थी, भोला अवस्थी, अवनीश मिश्र, रामबहोरन मिश्र, उमेश मिश्र नितीश बाजपेई समेत बड़ी संख्या में श्रोता मौजूद रहे।
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