कन्नौज की घटना के विरोध में लेखपालों के स्वर हुए मुखर
संवादसूत्र श्रावस्ती कन्नौज जिले में अधिवक्ताओं की ओर से लेखपाल पर किए गए जानलेवा हमला व महिला
संवादसूत्र, श्रावस्ती: कन्नौज जिले में अधिवक्ताओं की ओर से लेखपाल पर किए गए जानलेवा हमला व महिला लेखपाल से की गई अभद्रता के विरोध में लेखपाल संघ मुखर हो गया है। प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर बुधवार को भिनगा तहसील में लेखपालों ने अनिश्चित कालीन कार्य बहिष्कार की घोषणा करते हुए धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एसडीएम चंद्र मोहन गर्ग को सौंपा।
संगठन के भिनगा तहसील अध्यक्ष जयंत सिंह ने कहा कि 20 सितंबर को कन्नौज के छिबरामऊ तहसील में वकील देवेंद्र कुमार राजपूत ने जबरन रिपोर्ट लगाने का दबाव बनाकर महिला लेखपाल से मारपीट की। बचाव में आई दूसरी महिला लेखपाल के साथ अभद्रता किया। इसके बाद सैकड़ों की संख्या में अधिवक्ताओं ने लेखपालों पर हमला कर दिया। मारपीट कर उन्हें तहसील सभागार में बंधक बना लिया। इस घटना की हम कड़े शब्दों में निदा करते हैं। तहसील मंत्री विक्रम सिंह ने कहा कि घटना के विरोध में 24 सितंबर को कलेक्ट्रेट परिसर में धरने पर बैठे लेखपालों पर सैकड़ों वकीलों ने लाठी-डंडों से हमला कर दिया। इससे उन्हें गंभीर चोटे आईं हैं। हड़ताली लेखपालों ने दोषी वकीलों की तत्काल गिरफ्तारी करने, उनका लाइसेंस निरस्त करने के साथ कन्नौज के डीएम व एसपी को हटाने की मांग की। इच्छुक लेखपालों को सीधे शस्त्र लाइसेंस जारी करने की भी मांग उठी। वरिष्ठ उपाध्यक्ष रामकरन गुप्ता, दिलीप यादव, संतोष यादव, अनिल आर्य, ध्रुव कुमार आदि मौजूद रहे। इसी प्रकार इकौना व जमुनहा तहसील में भी लेखपालों ने धरना देकर प्रदर्शन किया।