प्राथमिक स्कूल पहुंचे नौनिहाल, लौटी रौनक
शिक्षा को लगे पंखसात माह बाद खुले स्कूल 400 निजी स्कूलों में शिक्षण शुरू 1834 प्राथमिक स्कूल जिले में 2.75 लाख छात्र सरकारी स्कूलों में व 1.70 लाख छात्र निजी स्कूलों में पंजीकृत
बहराइच : कोरोना संक्रमण के चलते बीते सात महीनों से बंद प्राइमरी स्कूल बुधवार को खुल गए। छात्र-छात्राओं के पहुंचने से एक बार फिर रौनक लौट आई। जिले के 1834 सरकारी व 400 निजी विद्यालयों में तय समय आठ बजे तक 40 से 50 फीसदी छात्र-छात्राएं स्कूल पहुंच चुके थे। विद्यालय प्रबंधन ने कोविड प्रोटोकाल के तहत तैयारियां चाक-चौबंद कर रखी थीं।
अधिकांश छात्र-छात्राएं मास्क लगाकर व सैनिटाइजर लेकर स्कूल पहुंचे। गेट पर छात्र-छात्राओं का हैंड सैनिटाइजेशन कराया गया, जिन छात्रों के पास मास्क नहीं थे, उन्हें विद्यालय परिवार ने मास्क उपलब्ध कराए। विद्यालय पहुंचे छात्र-छात्राओं का शिक्षकों ने तिलक लगाकर, टाफी-बिस्कुट बांटकर स्वागत किया। सरस्वती वंदना के साथ शिक्षण कार्य शुरू हुआ।
फखरपुर: ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय सिसुवारा में सुबह आठ बजे छात्र-छात्राएं पहुंच गए। शिक्षिका स्वाती दीक्षित ने बताया छात्र-छात्राओं में विद्यालय आने का उत्साह देखा जा रहा है। कुल पंजीकृत 101 के सापेक्ष 60 छात्र-छात्राएं विद्यालय आए। कोविड गाइडलाइन के मुताबिक पढ़ाई शुरू कराई गई।
खैराबाजार: तेजवापुर ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय पट्टीरामगढ़ी की प्रधानाध्यापक सुमन तिवारी ने बताया कि विद्यालय में सैनिटाइजेशन, थर्मल स्कैनिग व माक्स वितरण की व्यवस्था की गई है। शिक्षिका नीतू त्यागी, कुमारी प्रियंका, रामकिशुन वर्मा मौजूद रहे। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सरिता देवी ने विद्यालय परिसर में पौधारोपण किया।
पुरैनाबाजार: विशेश्वरगंज ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय मधिनगरा की शिक्षक प्रतिभा गुप्त ने बताया कि कुल 76 के सापेक्ष 20 छात्र-छात्राएं उपस्थित हुए। प्राथमिक विद्यालय अमृती में 102 के सापेक्ष 45, प्राथमिक विद्यालय बड़ा निजामखास में 110 के सापेक्ष 55, टिकुइया में 137 के सापेक्ष 91 एवं संविलियन विद्यालय लक्खरामपुर में 422 के सापेक्ष 188 छात्र-छात्राएं विद्यालय आएं। छात्र-छात्राओं को मीनू के अनुसार मध्याह्न भोजन व उससे पहले दूध वितरण किया गया।
बौंडी: प्राथमिक विद्यालय बौंडी, शारदासिंहपुरवा, तिगड़ा, सांईगांव, अटोडर में सुबह साढ़े सात बजे ही छात्र-छात्राएं पहुंचने लगे। संकुल शिक्षक साकेतभूषण तिवारी ने बताया कि छात्र-छात्राओं को कोविड प्रोटोकाल के तहत गुणवत्तापरक शिक्षा दी जाएगी।
दर्जनों स्कूलों में भरा बाढ़ का पानी : फखरपुर ब्लाक के मंझारा तौकली के ग्राम पंचायत ग्यारहसौरेती, भिरगू पुरवा, लोखड़ियन पुरवा, बलराजपुरवा आदि गांवों में स्थापित 13 स्कूलों के प्रांगण या रास्ते में बाढ़ का पानी भरा है। स्कूल खुलने के बावजूद बच्चों को पहुंचने में परेशानी हुई। इन स्कूलों में छात्र संख्या एक हजार है। बेसिक शिक्षा विभाग वैकल्पिक व्यवस्था की योजना बना रहा है। बाढ़ क्षेत्र के अधिकांश परिवार विस्थापित हो गए हैं, ऐसे में स्कूल खुलने पर नामांकित छात्रों का आ पाना मुश्किल हो गया है। ग्राम प्रधान दीपनरायन यादव ने बताया कि स्कूलों व रास्ते में जलभराव से शिक्षा व्यवस्था पटरी पर नहीं आ सकी है। खंड शिक्षाधिकारी संतोषी राणा ने बताया बौंडी दिकुलिया, अल्लीपुर, भौरी और मंझारा के कुछ स्कूलों में बाढ़ की सूचना मिली है। उन्होंने बताया कि सभी स्कूल खुले हैं। एमडीएम तैयार कराकर उन तक पहुंचाया जाएगा।