नहरों में पलेवा के लिए नहीं है पानी
संसू, नानपारा(बहराइच) : नानपारा तहसील क्षेत्र में नहरों में पानी नहीं आया है। रबी फसलों
संसू, नानपारा(बहराइच) : नानपारा तहसील क्षेत्र में नहरों में पानी नहीं आया है। रबी फसलों की बोआई के वक्त नहरें सूखी हैं। पलेवा व ¨सचाई के लिए पानी की जरूरत है, लेकिन नहर विभाग ने किसानों को धोखा दे दिया है। बोआई के वक्त सूखी नहरें 70 से अधिक गांवों के किसानों के माथे पर ¨चता की लकीरें खींच दी है।
सरयू नहर खंड नानपारा के गोपिया बैराज से शंकरपुर चौराहा तक बनाई गई 32 किमी लंबी नहर शाखा के आसपास 70 से अधिक गांव पड़ते हैं। इन गांवों के किसानों के खेतों की ¨सचाई नहर पर ही निर्भर है। नहर में सिर्फ बरसात के समय ही पानी दिखता है। सिल्ट सफाई न होने से इसमें पानी छोड़ने पर भी वह किसानों के काम नहीं आ रहा है। इसके अलावा तहसील क्षेत्र के मथुरा गांव से लालबोझी होते हुए कड़ईबोझी माइनर शाखा भी सूखी पड़ी है। पांच किमी लंबी इस शाखा के आसपास छह गांव पड़ते हैं। नहर सूखी होने के कारण फसलों की ¨सचाई प्रभावित हो रही है। किसान बोले
किसान बुधराम, शरीफ, रामकुमार, कामता प्रसाद कहते हैं कि नहरों में पानी न रहने से फसलों की ¨सचाई समय से नहीं हो पा रही है। रबी की बोआई का वक्त चल रहा है। इसके बाद भी नहर सूखी पड़ी है। इसकी न तो सफाई कराई जा रही है, न ही इसमें पानी छोड़ा जा रहा है। माइनरों की सिल्ट सफाई नहीं हो पा रही है। दिसंबर के पहले सप्ताह तक इन शाखाओं में पानी छोड़ा जाएगा। साफ-सफाई के लिए शासन की ओर से अभी बजट नहीं मिला है।
विनय कुमार, अधिशाषी अभियंता, सरयू नहर खंड नानपारा