कोरोना संक्रमितों के इलाज के नहीं पूरे इंतजाम
बहराइच कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने से जिले में स्थिति भयावह होती जा रही है।
बहराइच : कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने से जिले में स्थिति भयावह होती जा रही है। एक दिन में 100 से अधिक संक्रमित मिलने से त्राहि-त्राहि मची हुई है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की कुंभकर्णी नींद अब तक नहीं टूटी है। अभी भी संदिग्ध मरीजों का सामान्य मरीजों के साथ इलाज किया जाता रहा है।
दो दिन पूर्व इमरजेंसी वार्ड में कोरोना मरीज की पुष्टि होने के बाद अन्य मरीज वार्ड छोड़ कर भाग गए। दो चिकित्सकों समेत बीएसएल लैब के पांच कर्मचारी कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। इसके बावजूद अब तक होल्डिग एरिया नहीं बनाया जा सका है। बहराइच मेडिकल कॉलेज में कोरोना के मरीजों की बढ़ती संख्या के बावजूद इलाज के पूरे इंतजाम नहीं हो सके हैं और न ही इलाज के समुचित इंतजाम हैं।
कोरोना जांच के लिए बनी बीएसएल लैब में तीन दिन से काफी संख्या में मरीजों की जांच रिपोर्ट पेंडिग है। नाम न छापने की शर्त पर एक लैब कर्मचारी ने मशीन में तकनीकी खराबी बताई। उसका कहना है कि एक से 36 नंबर तक के सैंपलों की रिपोर्ट मशीन बता ही नहीं रही है। एक चिकित्सक ने बताया कि मैन पॉवर की पहले से ही कमी है। इसके बावजूद जूनियर रेजीडेंस को लखनऊ भेजा जा रहा है। ऐसे में यहां पर आने वाले कोविड मरीजों का इलाज कैसे होगा, यह सवाल खड़े हो गए हैं। 280 बेड का लेवल-टू वार्ड में शिफ्ट होंगे कोरोना के मरीज
मुख्य चिकित्साधीक्षक डॉ.डीके सिंह ने बताया कि पहले से ही कोविड वार्ड में परिवर्तित बर्न वार्ड को अब 30 बेड का होल्डिग एरिया बनाया जा रहा है। संदिग्ध मरीजों का इलाज होल्डिग एरिया में किया जाएगा। अस्पताल के पीछे स्थित नई बिल्डिग को खाली कराई गई है। 280 बेड का लेवल-टू वार्ड बनाकर कोरोना के मरीजों को उसमें शिफ्ट किया जाएगा। रोस्टर के हिसाब से पैरा मेडिकल, स्टाफ नर्स व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की ड्यूटी कोरोना वार्ड में लगाई जा रही है। सीएमओ के निर्देश पर स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ के दो चिकित्सकों की तैनाती भी लेबल-टू हॉस्पिटल में की गई है। 550 ऑक्सीजन सिलिडर उपलब्ध
जिला अस्पताल में ऑक्सीजन के 435 जंबो सिलिडर व 115 छोटे सिलिडर उपलब्ध हैं। एल-टू में 108 वेंटीलेटर, 25 मॉनीटर तथा पांच वाइपेट, 30 ह्यूमिनिटी फायर उपलब्ध हैं। 108 एंबुलेंस की संख्या 32 व एक एंबुलेंस जिला अस्पताल के पास उपलब्ध है। सीएमएस ने बताया कि दवाओं का पर्याप्त स्टॉक है।