प्रवासियों की गृहस्थी की गाड़ी को रफ्तार पकड़ा रही मनरेगा
-लॉकडाउन के चलते अलग-अलग राज्यों से वापस आए हैं प्रवासी चित्र परिचय 2
संतोष श्रीवास्तव, बहराइच : भारत-नेपाल सीमा से सटे ग्राम पंचायत आंबा में अलग-अलग राज्यों से लॉकडाउन के चलते वापस आए प्रवासी मजदूरों की गृहस्थी की गाड़ी को मनरेगा रफ्तार पकड़ा रही है। सड़क निर्माण से लेकर अन्य कार्यों से इन प्रवासियों को लगाया गया है।
बेरोजगार होकर गांव लौटे प्रवासियों के लिए अब मनरेगा रोजगार का सबसे बड़ा संबल बन रही है। मिहीपुरवा ब्लॉक के ग्राम पंचायत आंबा की आबादी तकरीबन चार हजार है। इसमें बिछिया, आंबा, भवानीपुर मजरे भी शामिल हैं। ग्राम पंचायत में विभिन्न प्रांतों से लौटकर आए लगभग दो सौ लोगों की घर वापसी हो चुकी है। त्वरित रोजगार मुहैया कराने के उद्देश्य से लोगों को मनरेगा योजना से प्रत्यक्ष व परोक्ष रूप से जोड़ दिया गया है। सावित्रीदेवी, रेणुदेवी, राजकुमारी, प्रेमा देवी, मुन्नी देवी ने बताया कि गांव आने के बाद इस बात की चिता सता रही थी कि कैसे घर गृहस्थी की गाड़ी चलेगी, लेकिन मनरेगा योजना से मिले काम ने गृहस्थी की गाड़ी को रफ्तार पकड़ा दी। रामगोपाल, सुनील, कन्हैया लाल, हरिओम, भागीरथ, कल्लू ने बताया कि मनरेगा में निर्धारित समय तक काम करने के साथ समय पर भुगतान किया जा रहा है। अब उन्हें गांव में ही रोजगार मिल गया है। अब कही परदेश जाने की जरूरत नहीं रही। -------इनसेट-------- Xह्नह्वश्रह्ल;Xह्नह्वश्रह्ल;आने वाले प्रवासियों को मनरेगा के तहत सड़क के मिट्टी पटाई के कार्य में लगाया गया है। सभी प्रवासियों की सुरक्षा का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है। सभी शारीरिक दूरी बनाकर कार्य करें इस बात का भी ध्यान रखा जा रहा है।
-सुरेश कुमार दुबे, प्रधान ग्राम पंचायत आंबा