आम की फसल पर मंडराया लाचा रोग का संकट
नबाबगंज (बहराइच): मौसम की मार के बाद अब कीट रोगों के प्रकोप से भी आम के किसान परेशानी
नबाबगंज (बहराइच): मौसम की मार के बाद अब कीट रोगों के प्रकोप से भी आम के किसान परेशानी में हैं। आम के बागों में चेपा (लाचा) रोग लगने से आम की फसल चौपट होने की कगार पर पहुंच गई है। रोग लगने से सबसे ज्यादा तुकमी व दशहरी आम के बाग प्रभावित हैं।
इस बार मौसम अनुकूल होने के कारण आम के सभी प्रजाति के बाग बौर से लदे हुए थे और आम की अच्छी पैदावार की उम्मीद आम के बागवानों को थी, लेकिन एक सप्ताह तक क्षेत्र में चली पुरवा हवाओं ने बागवानों के अरमानों पर पानी फेर दिया है। पुरवा हवा के चलने से आम के बागों में लाचा रोग लग जाने से आम के डंठल व फल का विकास रुक गया है। इस रोग में चिकना पदार्थ आम के पत्तों व बौर के डंठलों पर विपरीत असर डालता है। रोग के प्रकोप के चलते बौर में लगे आम के दाने गिर रहे हैं। क्षेत्र में आम के बागवान रईस अहमद, असलम आदि ने बताया कि इस रोग पर नियंत्रण के लिए कीटनाशकों का छिड़काव किया जा रहा है, लेकिन रोगों के काफी फैल जाने से इस पर नियंत्रण नहीं हो पा रहा है। बागवानों ने बताया कि सबसे ज्यादा इस रोग से तुकमी व दशहरी आम के बाग प्रभावित हैं। यदि यही स्थिति बनी रही तो बागवानों को काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है।